दिल्ली हिंसा: धरने में शामिल होने के बाद गर्लफ्रेंड से मिलने जाने वाला था शाहरुख, लेकिन गोलीकांड ने बिगाड़ा खेल
उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा का बंदूक वाला पोस्टर बॉय बने शाहरुख से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम पूछताछ कर रही है।
नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा का बंदूक वाला पोस्टर बॉय बने शाहरुख से दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, 'शाहरुख ने पुलिस को बताया कि 24 तारीख को धरने में शामिल होने के बाद उसे गर्लफ्रेंड से मिलने जाना था। लेकिन, फायरिंग की वजह से फंस गया।' सूत्रों का यह भी कहना है कि ज्यादातर सवालों के जवाब में शाहरुख पुलिस को बरगलाने की कोशिश कर रहा है और उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है।
सूत्रों ने कहा कि 'मंगलवार को शाहरुख ने कहा था कि उसने पिस्टल को यमुना नदी में फेंका है लेकिन अब पता चला है कि उसने पिस्टल यमुनापार में किसी सुरक्षित जगह पर छिपा रखी है, जिसे जल्द ही रिकवर कर लिया जाएगा।' पुलिस को जांच में यह भी पता चला है कि फरारी के दौरान शाहरुख दो वकीलों के संपर्क में था, जिनसे सीखे कानूनी दांवपेंचों का वह इस्तेमाल कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को पता चला है कि पिछले कुछ दिनों से शाहरुख कुछ नए लोगों के संपर्क में था। हालांकि, इसका किन-किन लोगों से संबंध है, यह अभी पता नहीं चल पाया है। इसके लिए शाहरुख की CDR (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकलवाई जा रही है। CDR से यह पता चल जाएगा कि जिन नंबरों पर बात हुई हैं, वह किसके हैं। इससे पुलिस यह भी पता लगा पाएगी कि जिन नंबर्स पर बात हुई हैं वह किसी गैंग या हिंसा के साजिशकर्ताओं के तो नहीं हैं।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस को शक है कि शाहरुख ने पिस्टल की खरीद को लेकर भी झूंठ बोला है। शाहरुख ने कहा था कि उसने पिस्टल मुंगेर से दो साल पहले ली थी। लेकिन, क्राइम ब्रांच को ये जानकारी गलत लग रही है कि इसने दो साल पहले पिस्टल ली थी। पुलिस को लगता है कि उसने हिंसा से कुछ दिन पहले ही पिस्टल ली थी। हालांकि, अभी इस जानकारी को वेरिफाई किया जा रहा है।
पुलिस को पता चला है कि गोली चलाने के बाद शाहरुख हौज खास में एक बार में गया था। उसका कहना है कि वह शराब नहीं पीता, रेड बुल पीता है। वह अगले दिन अपने चाचा के लड़के की सीएनजी गाड़ी लेकर पंजाब गया था, जहां गाड़ी खराब हो गई। उसने गाड़ी ठीक कराई और फिर शामली पहुंचा। शामली में यह तीन दिन रुका था। ये अपने बड़े भाई के संपर्क के एक शख्स के यहां रह रहा था।
सूत्रों के मुताबिक, इसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि ये पुलिस अफसर बनना चाहता था लेकिन गुस्से में गलती हो गई। टीम इसे लेकर शामली गई है, जहां ये छिपा था। बता दें कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के मौजपुर, जाफराबाद, गोगुलपुरी सहित कई क्षेत्रों में में 24 और 25 फरवरी के दिन दंगे हुए थे जिसकी वजह से 47 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा 200 से ज्यादा लोग घायल बताए गए हैं।