अफवाहों के सहारे दिल्ली को फिर दहलाने की साजिश नाकाम, जानिए कब और कैसे फैला 'झूठ'
रविवार शाम अफवाहों का ऐसा दौर शुरू हुआ कि एक बार फिर शांति की कोशिशें तार-तार होती दिखीं।
दिल्ली में पिछले सप्ताह हुए दंगों के बाद आम लोगों और पुलिस द्वारा स्थिति सामान्य बनाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन रविवार शाम अफवाहों का ऐसा दौर शुरू हुआ कि एक बार फिर शांति की कोशिशें तार—तार होती दिखीं। हिंसा के बारे में अफवाह फैलने के बाद रविवार शाम पश्चिमी दिल्ली के विभिन्न हिस्से में लोगों के बीच दहशत पैदा हो गयी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने किसी भी घटना से इनकार किया और लोगों से शांति की अपील की। आइए एक टाइमलाइन की मदद से जानते हैं कैसे सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों के साथ दिल्ली की शांति को भंग करने की कोशिश की गई।
शाम 7.30 से शुरू हुई अफवाहें
- दिल्ली को एक बार फिर से सुलगाने के लिए अफवाहों की शुरुआत शामि 07:30 बजे के आसपास शुरू हुई।
- सबसे पहले रघुवीर नगर से कॉल आए, तुरन्त ख्याला में शाम की नमाज के बाद अफवाह फैलनी शुर हो गई।
- इसके बाद दिल्ली के तिलक नगर अफवाहें फैलनी शुरू हो गई। सोशल मीडिया और मैसेज के साथ दिल्ली में हिंसा की खबरें फैलने लगीं।
- इसके 10 से 15 मिनट के भीतर साउथ ईस्ट दिल्ली के जामिया, शाहीनबाग, बाटला हाउस इलाके से कॉल आने लगे।
- आधे घंटे में अफवाह पूरी पश्चिमी दिल्ली, आउटर दिल्ली खासकर रोहिणी रिठाला से भी फोन कॉल आने लगीं।
- इसके साथ ही सेंट्रल दिल्ली जामा मस्जिद, चावड़ी बाजार जैसे इलाकों से माहौल खराब होने की खबरें फैलने लगीं।
- हालांकि नार्थ ईस्ट दिल्ली में भी अफवाहों का माहौल गर्म था, लेकिन दिल्ली के बाकी जिलों के मुकाबले नार्थ ईस्ट दिल्ली से ऐसे कॉल कम मिले। बता दें यही इलाका पिछले हफ्ते की हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित था।
किस बात को लेकर फैली अफवाहें
दिल्ली में कल शाम अफवाहों के सहारे डर फैलाने की कोशिश की गई। हालांकि पुलिस और आम लोगों की सूझबूझ से कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं हुई। इन अफवाहों में सोशल मीडिया का प्रमुख हाथ था। इनमें तरह तरह से लोगों को डराने की कोशिश की गईं। लगातार लोगों को मैसेज मिल रहे थे कि दुकानें बन्द कर दो, घर मे घुस जाओ लोग आ रहे है, तुम्हें भी मार देंगे, आग लगा रहे है, दंगे हो गए तैयार हो जाओ।