दिल्ली हिंसा: जले हुए स्कूल देख स्तब्ध रह गए शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान वह स्कूलों को भी देखने पहुंचे, जिन्हें हिंसा के दौरान जला दिया गया था।
नई दिल्ली: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया। इस दौरान वह स्कूलों को भी देखने पहुंचे, जिन्हें हिंसा के दौरान जला दिया गया था। सिसोदिया जले हुए स्कूलों को देखकर स्तब्ध रह गए। उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हर तरफ तबाही का मंजर है, दुकान और मकान जला दिए गए हैं। घरों में लूटपाट भी हुई है। जिन घरों में बच्चों की शादियां थीं, उनमें से नकदी लूट ली गई। दिल्ली सरकार ने मुआवजा बांटना शुरू कर दिया है। जिन घरों में ज्यादा नुकसान हुआ है उन्हें तुरंत मदद के तौर पर 250,000 रुपये दिए गए हैं। लोगों की सहायता के लिए शिविर लगाए गए हैं और राहत सामग्री उपलब्ध कराई गई है।"
सिसोदिया मुस्तफाबाद रोड स्थित डीआरपी कॉन्वेंट सेकेंडरी स्कूल और राजधानी पब्लिक स्कूल भी गए। इन स्कूलों की बिल्डिंग हिंसा और आगजनी के दौरान बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। हिंसाग्रस्त क्षेत्रों का दौरा करने के उपरांत सिसोदिया ने कहा, "वर्तमान हालात में लोग दुखी हैं। लेकिन मैंने महसूस किया है कि लोगों में बहुत एकता हैं। लोग धार्मिक भेदभाव से दूर एकजुट होकर संकट में एक-दूसरे की मदद के लिए आए। मुझे लोगों ने बताया कि जब दंगे भड़के तो लोग एकजुट हो गए थे और दंगाइयों को मोहल्ले में आने से रोका। लोग धर्म और संप्रदाय की छोटी सोच से ऊपर उठकर पड़ोसियों की मदद के लिए आगे आए थे।"
यहां जिस स्कूल में शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पहुंचे, उस स्कूल में करीब 13 सौ बच्चे पढ़ते हैं। फिलहाल यह स्कूल पूरी तरह से तहस-नहस हो चुका है। स्कूल मैनेजर एस.के. शर्मा ने कहा, "पिछले मंगलवार शाम करीब सौ-डेढ़ सौ लोगों की भीड़ स्कूल में घुसी। हिंसक भीड़ ने स्कूल के केयरटेकर और उसके परिवार से मारपीट की। केयरटेकर जैसे तैसे अपनी जान और बच्चों को बचा कर भाग निकलने में कामयाब हो सका।"
शिवपुरी के हिंसाग्रस्त स्कूल के अधिकारी दिलीप नाथ ने कहा, "इलाके में पूरी तरह शांति स्थापित होने के बावजूद उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के शिकार हुए स्कूलों में परीक्षाएं या नया शिक्षण सत्र जल्द शुरू करवाना मुश्किल होगा। इन स्कूलों में इस कदर तबाही मचाई गई है कि स्कूल को दोबारा शुरू करने में अभी कई महीने का समय लगेगा।"
स्कूल के अंदर मौजूद बच्चों के टेस्ट पेपर आग के हवाले कर दिए गए। बच्चों की साल भर की परीक्षा और प्रदर्शन के आधार पर तैयार की जा रही रिपोर्ट कार्डस को भी हिंसक तत्वों ने जला डाला। स्कूल में घुसी हिंसक भीड़ ने यहां पंखे, ट्यूब, पानी पीने की मशीन, क्लास में लगे ब्लैक बोर्ड, डेस्क, कुर्सियां, बच्चों की रिपोर्ट कार्डस, टेस्ट और नए दाखिले के के लिए जमा किए गए छोटे बच्चों के आवेदन पत्र सब जला दिया।
उपमुख्यमंत्री ने यहां हिंसा पीड़ित लोगों से भी मुलाकात की। सिसोदिया ने हिंसाग्रस्त इलाकों और इमारतों का जायजा लिया। उप मुख्यमंत्री ने मुस्तफाबाद विधानसभा एरिया के विधायक हाजी युनूस के साथ नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के जिलाधिकारी, उप जिला अधिकारी और पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ बैठक भी की।
सिसोदिया ने कहा, "हमारे अधिकारी दंगा प्रभावित इलाकों पर नजर बनाए हुए हैं। गश्त के अलावा अधिकारी हिंसा प्रभावित इलाकों नें सतर्कता बढ़ाने और घर-घर जाकर सहायता पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारी ऐसे परिवारों की भी जानकारी जुटा रहे हैं, जिनके घर या दुकान आगजनी के शिकार हो गए हैं। हालात को समझने के लिए हम यहां आए हैं।"