नयी दिल्ली: उत्तरपूर्वी दिल्ली में सोमवार से शुरू हुई सांप्रदायिक झड़पों में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 42 हो गया है और 200 से अधिक लोग घायल हैं। वहीं दंगा प्रभावित उत्तरपूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में जनजीवन पटरी पर लौट रहा है जहां पुलिस और अर्द्धसैनिक बल मस्जिदों में जुमे की नमाज के मद्देनजर सख्त चौकसी बरत रहे हैं। हालांकि नमाज के दौरान अधिकतर मस्जिदों से हिंदू मुस्लिम भाईचारे की अपील की गई है।
पुलिस के अधिकारियों ने कहा है कि वे अफवाहों को रोकने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रहे हैं और लोगों के बीच भरोसा पैदा करने के लिए प्रभावित इलाकों के आस-पड़ोस में नियमित रूप से फ्लैग मार्च और बातचीत कर रहे हैं।
उत्तरपूर्वी दिल्ली के कुछ इलाकों में दुकानें खुलने के साथ हालात सामान्य होते दिखे। हिंसा प्रभावित इलाकों में भी दुकानें और गलियां खुलती दिखीं। प्रभावित इलाकों में सोमवार से अर्द्धसैनिक बलों के करीब 7,000 जवान तैनात हैं। इसके अलावा, दिल्ली के सैकड़ों पुलिसकर्मी शांति बरकरार रखने और किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए ड्यूटी पर मौजूद हैं।
इस हिंसा से प्रभावित इलाकों में जाफराबाद, मौजपुर, चांदबाग, खुरेजी खास और भजनपुरा शामिल हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बृहस्पतिवार रात को कहा कि पिछले 36 घंटों में उत्तरपूर्वी जिले से कोई भी बड़ी घटना सामने नहीं आई है। मंत्रालय ने कहा कि स्थिति सुधरने पर धारा 144 के तहत लगाई गई पाबंदियों में 10 घंटे की ढील दी जाएगी।
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