Delhi smog: ले. गवर्नर ने दिल्ली की सड़कों पर पानी छिड़काव का आदेश दिया
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गुरुवार को मौसम के गंभीर हालातों को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर तुरंत जल छिड़काव शुरू करने के आदेश जारी किए।
नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गुरुवार को मौसम के गंभीर हालातों को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर तुरंत जल छिड़काव शुरू करने के आदेश जारी किए। उन्होंने यह आदेश दिल्ली के भाजपा विधायकों ओम प्रकाश शर्मा, जगदीश प्रधान और अकाली नेता मनजिंदर सिंह सिरसा पर आधारित प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद दिए। विधायकों ने उपराज्यपाल को बताया, "दिल्ली की जहरीली हवा ने शहर में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। इस हालात के कारण न सिर्फ देश की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बदनामी हुई है, बल्कि इस के साथ शहर में सैर सपाटा भी प्रभावित हुआ है।"
नेताओं ने कहा, "आप की दिल्ली सरकार पिछले साल ऐसे ही हालातों के मद्देनजर कड़वे तजुर्बे के बाद भी कोई कदम उठाने में बुरी तरह असफल रही है। इसके नतीजे के तौर पर दिल्ली की जहरीली हवा के कारण लोगों की सेहत पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ रहा है और लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है और कैंसर रोग जैसी गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है। खास तौर पर गर्भवती महिलाएं, वरिष्ठ नागरिक और बच्चे प्रभावित हो रहे हैं।"
नेताओं ने कहा, "दिल्ली सरकार तो आम जनता के लिए ऐसे हालात में क्या करें और क्या न करें, इस बारे पहले भी सूचना जारी करने में असफल रही है। दिल्ली के लोगों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से कोई आशा नहीं है, जो सिर्फ दूषणबाजी में व्यस्त रहते हैं।"
विधायकों ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने हमारे पास पहुंच कर मामले में दखल देने की मांग की है। उन्होंने उपराज्यपाल से अपील की कि वह दिल्ली की सड़कों पर प्रदूषण घटाने के लिए तुरंत जल छिड़काव शुरू कराए। इसके बाद बैजल ने पानी का छिड़काव तुरंत शुरू किए जाने के आदेश दिए।
दिल्ली विधानसभा के सदस्य सिरसा ने कहा, "पूरा एक साल बर्बाद करने के बाद सरकार ने फिर से ऑड इवेन फार्मूला शुरू करने का फैसला किया है, परंतु इस बात की आलोचना होनी चाहिए कि जब पहली बार यह स्कीम शुरू की गई थी, तब उबर और ओला की टैक्सियों में बड़ा विस्तार हुआ था।" उन्होंने कहा कि यह कुदरती बर्ताव है या इन कैब सर्विसेज का व्यापार बढ़ाने के लिए कोई छिपा हुआ एजेंडा अपनाया जा रहा है, इसकी पड़ताल होनी चाहिए।