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Hindi News भारत राष्ट्रीय जानिए क्या है 23 साल पुराना तंदूर कांड, कैसे पकड़ में आया था पत्नी को मारने वाला सुनील शर्मा?

जानिए क्या है 23 साल पुराना तंदूर कांड, कैसे पकड़ में आया था पत्नी को मारने वाला सुनील शर्मा?

आखिर क्या है तंदूर कांड? 23 साल पहले ऐसा क्या हुआ था कि सुनील शर्मा नाम के व्यक्ति को जेल में डाला गया था? चलिए जानते हैं

Delhi's infamous Tandoor case- India TV Hindi Delhi's infamous Tandoor case

नई दिल्ली। 23 साल पुराना तंदूर कांड एक बार फिर से सुर्खियों में है क्योंकि तंदूर कांड के गुनहगार सुनील शर्मा को दिल्ली उच्च न्यायालय ने तुरंत रिहा करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने दिल्ली सरकार से पूछा था कि आखिर 23 साल होने के बाद भी सुनील शर्मा को क्यों नहीं छोड़ा गया। आखिर क्या है तंदूर कांड? 23 साल पहले ऐसा क्या हुआ था कि सुनील शर्मा नाम के व्यक्ति को जेल में डाला गया था? चलिए जानते हैं।

दरअसल तंदूर कांड नैना साहनी नाम की एक महिला की हत्या की कहानी है। हत्या करने वाला कोई और नहीं बल्कि नैना साहनी का पती सुनील शर्मा ही था। सुनील शर्मा ने 2 जुलाई 1995 को अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जब नैना साहनी की हत्या हुई थी तो सुनील शर्मा दिल्ली युवक कांग्रेस का अध्यक्ष होता था और नैना साहनी भी कांग्रेस नेता थी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सुनील को अपनी पत्नी नैना साहनी पर शक था कि सहपाठी करीम मतबूल के साथ उसके नाजायज संबंध हैं, 2 जुलाई 1995 की रात को जब सुनील घर लौटा तो उसने नैना को किसी से फोन पर बात करते हुए देखा, सुनील को देखते ही नैना ने फोन काट दिया, लेकिन जब सुनील ने उसी नंबर पर दोबारा फोन मिलाया तो दूसरी तरफ करीम मतबूल था। गुस्से में आकर सुनील ने नैना साहनी पर अपनी रिवॉल्वर से ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं और उसकी हत्या कर दी।

रिपोर्ट्स के मुताबिक हत्या के बाद नैना साहनी की लाश को सुनील ने अपनी गाड़ी में भरा और उसे ठिकाने लगाने के लिए चल दिया, लेकिन जब उसे लाश को ठिकाने लगाने के लिए सही जगह नहीं मिली तो वह उसे इंद्रप्रस्थ होटल में स्थित अपने बोगिया रेस्टोरेंट में ले गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक देर रात को जब रेस्टोरेंट खाली हो गया तो सुनील ने लाश के टुकड़े किए और उसे तंदूर मे जलाना शुरू कर दिया। लाश को जल्दी से जलाने के लिए सुनील ने रेस्टोरेंट में रखे मक्खन का भी इस्तेमाल किया, मक्खन के इस्तेमाल से तंदूर से लपटें उठने लगी।

रिपोर्ट्से के मुताबिक रेस्टोरेंट के ठीक बाहर फुटपाथ पर सब्जी बेचने वाली महिला अनारो की नजर जब लपटों पर पड़ी तो उसे लगा कि रेस्टोरेंट मे आग लग गई है और वह चिल्लाने लगी, महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर पैहरा दे रहे दिल्ली पुलिस के सिपाही अब्दुल नजीर वहां पहुंचे, और जैसे ही वह आग को देखने के लिए रेस्टोरेंट की तरफ बढ़े तो उन्हें सुनील दिख गया और इस तरह से उसका अपराध दुनिया के सामने आ गया।

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