नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस में निठल्ले और भ्रष्ट पुलिस कर्मियों पर गाज गिर सकती है। विभाग ने जिला पुलिस को निर्देश दिया है कि निठल्ले पुलिस कर्मियों की पहचान की जाए और काम करने लायक पुलिस कर्मियों को छोड़ बाकियों को जबरन रिटायरमेंट दे दी जाए। साथ ही कहा गया है कि दिल्ली पुलिस में डार्क शीप बनकर फोर्स का नाम डुबाने वालों का खास ध्यान रखा जाए, ताकि वे इस छंटनी से बच न पाएं।
वहीं विजिलेंस की तरफ से जारी एक पत्र में स्पष्ट किया गया है कि सभी जिला पुलिस अपने जिले में तैनात निष्क्रिय पुलिस कर्मियों की लिस्ट बनाएं और उनको जबरन रिटायरमेंट देकर घर भेजें। इस बाबत जिले में स्क्रीनिंग कमिटी का गठन किया जा रहा है, जो पुलिस कर्मियों के आचरण और कामकाज को आंकते हुए तय करेंगी कि फोर्स को उनकी सेवाएं लेने की जरूरत है या नहीं।
विजिलेंस एडिशनल सीपी सुमन गोयल की तरफ से यह पत्र सभी जिला, यूनिट के डीसीपी को लिखा गया है। सिपाही से एसआई स्तर के कर्मचारियों की छंटनी करने वाली स्क्रीनिंग कमिटी में डीसीपी चेयरमैन होगा, जबकि इंस्पेक्टर स्तर की छंटनी करने वाली कमिटी का हेड जॉइंट सीपी को बनाया जाएगा।
सूत्रों की मानें तो सबसे खास ध्यान पुलिसकर्मी के आचरण पर दिया जाएगा। महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल रहने वाले पुलिसकर्मियों पर तो गाज गिरने की संभावना ज्यादा हो जाती है, जबकि ऐसे पुलिस कर्मियों को तो बिल्कुल नहीं बख्शा जाएगा कि जिनके खिलाफ कोर्ट ने आरोप तय कर दिए हैं। माना जाता है कि आरोप तय होने के बाद उस शख्स के साथ पूरे महकमे की साख दांव पर लग जाती है, ऐसे में बेहतर है कि उसको महकमे से छुट्टी देकर घर भेज दिया जाए।
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