नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने जामिया इलाके में 15 दिसंबर को हुई हिंसा में पूछताछ के लिए जामिया से लोकल लीडर आशु खान और कांग्रेस से पूर्व विधायक मोहम्मद आसिफ को चाणक्यपुरी क्राइम ब्रांच ऑफिस बुलाया। आशु खान जामिया इलाके का स्थानिय नेता है और वहां से पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है, लेकिन हार गया था। आशु खान और मोहम्मद आसिफ पर आरोप है कि दोनों ने 15 दिसंबर को हुई हिंसा में लोगों को भड़काया जिसके चलते आगजनी हुई।
आशु खान, मोहम्मद आसिफ और जामिया यूनिवर्सिटी में मास मीडिया के सेकंड ईयर के स्टूडेंट चंदन कुमार को सम्मन कर पूछताछ के लिए बुलाया। आशु खान ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उनके ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। साथ ही, आशु खान ने ये भी बोला कि 'जिस वक्त जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में आगजनी हो रही थी, उस वक़्त वो शाहीन बाग में मौजूद था और CAA के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस के पास ऐसा कोई वीडियो नही है कि जिससे साबित हो कि मैं हिंसा में शामिल था।' इसके अलावा पुलिस ने आसिफ और आशु दोनों से पूछताछ के लिए सवालों की फहरिस्त भी तैयार कर रखी थी, जो सवाल उनसे पूछे गए उनमें से कुछ नीचे दिए गए है।
सवाल
- जिस वक्त जामिया यूनिवर्सिटी में हंगामा हो रहा था आप कहां मौजूद थे?
- शाहीनबाग में आपका प्रदर्शन कितने बजे शुरू हुआ और सबसे पहले कहां इक्कठा हुए थे?
- 15 दिसंबर की शाम आप कितने लोगों के साथ और कहां प्रदर्शन कर रहे थे?
- क्या आपने वहां कोई भाषण दिया था? अगर हां तो उसका मुद्दा क्या था?
- क्या आप जामिया यूनिवर्सिटी के किसी स्टूडेंट के संपर्क के थे?
- आपको कब और कैसे पता चला कि जामिया यूनिवर्सिटी में हंगामा हो रहा है?
- क्या आपके साथ शाहीन बाग में उस वक्त आसिफ मोहम्मद भी थे?
- क्या इस प्रोटेस्ट के लिए कोई whats app group बनाया गया था?
- क्या आप दोनों (आसिफ और आशु) एक साथ प्रोटेस्ट कर रहे थे और क्यों?
ये वो सवाल हैं जिनका आज आशु खान और मोहम्मद आसिफ दोनों को इनका सामना करना पड़ेगा। हालांकि, पुलिस ने पहले से दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर काफी साक्ष्य जुटा लिए हैं।
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