नई दिल्ली: शाहीन बाग में मंगलवार शाम पिस्तौल लहराने के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है लेकिन पिस्तौल लहराने वाले की अभी पहचान नहीं हो पाई है। जो पिस्तौल लहराई गई वो शाहीन बाग के ही हाजी लुकमान की है। पुलिस ने हाजी लुकमान से पूछताछ की है। लुकमान का कहना है कि कल जब वो शाहीन बाग पहुंचा तो तलाशी के दौरान किसी ने उसकी पिस्तौल निकाल ली और हवा में लहरा दी। हालांकि दिल्ली में चुनाव की वजह से आचारसंहिता लगी है और हर लाइसेंसी हथियार जमा कराना जरूरी है लेकिन लुकमान ने पुलिस को बताया कि वो पिस्तौल जमा करवाना भूल गया था।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक देर रात लुकमान से पूछताछ की गई थी। आचारसंहिता लगी होने के बावजूद लुकमान ने अपनी पिस्तौल क्यों जमा नही करवाई? इस पर भी लुकमान से पूछा गया था। अपने बचाव में लुकमान ने बताया कि वो पिस्तौल जमा करवाना भूल गया था।
शाहीन बाग में मंच के सामने पिस्तौल लहराने के सवाल पर लुकमान ने पुलिस को बताया कि शाहीन बाग में लोगों को तलाशी लेकर अंदर जाने दिया जाता है। किसी शख्स ने तलाशी लेते हुए उसकी पिस्टल निकाल ली और हवा में लहरा दी। ये सभी बयान कल रात लुकमान ने पुलिस को दर्ज कराए हैं। देर शाम पुलिस ने पिस्तौल को सीज कर लिया।
उधर, शाहीन बाग के नाम से बनाए गए ट्विटर हैंडल में दावा किया गया है कि दो लोग वहां बैठीं महिला प्रदर्शनकारियों के बीच घुस गए जिनमें से एक ने बंदूक लहराई। ट्वीट में दावा किया गया है, 'उन्होंने हमें धमकी दी कि हम इलाका खाली कर दें, वरना लाशें गिरेंगी।' आगे थोड़ी देर के बाद किए गए ट्वीट में कहा गया कि स्थिति अब सामान्य है।
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