नई दिल्ली। गुरुवार को दिल्ली पुलिस को बड़ी सफलता मिली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने सुबह करीब सात बजे वजीराबाद इलाके में एनकाउंटर के बाद तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनके पास से तीन 9 एमएम की पिस्टल भी बरामद की हैं। पुलिस के अनुसार पकड़े जाने के बाद जब इन तीनों से पूछताछ शुरू की गई तो पता लगा कि ये तीनो आतंकी संगठन ISIS से जुड़े हुए हैं।
पुलिस ने बाताया कि इन आतंकियों के नाम अब्दुल समद, ख्वाजा मोईनुद्दीन और सैयद अली नवाज है। ये तीनों दक्षिण भारत के ISIS मोड्यूल के मेंबर हैं। इन तीनों पर हिन्दू नेता केपी सुरेश कुमार की हत्या का आरोप है। इस मामले में तीनों जेल में बंद थे और इन्हें कुछ दिन पहले ही सशर्त जमानत मिली थी लेकिन ये तीनों अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर 12 और 13 दिसम्बर को तमिलनाडु से भाग निकले। इनमें से पकड़ में आए तीन सीधे नेपाल पहुच गए, वहां करीब 15 से 20 दिन रहने के बाद तीनों दिल्ली वापस आये।
पुलिस ने दावा किया कि दिल्ली आने से पहले से ही आतंकी ख्वाजा मोईनुद्दीन अपने आईएस के आका के संपर्क में था। साथ ही 2017 में तमिलनाडु में इन्होंने एमआर गांधी की हत्या की कोशिश भी की थी। पुलिस के मुताबिक, जांच में पता चला है कि तीनो एक फॉरेन हैंडलर के संपर्क में थे और उसी के कहने पर दिल्ली आए थे। गुरुवार सुबह ये तीनों वज़ीराबाद इलाके में अपने एक लिंक से मिलने जा रहे थे।
पुलिस के मुताबिक, स्पेशल सेल की पकड़ में आया ख्वाजा मोईनुद्दीन आईएस के विदेशी हैंडलर के संपर्क में था। इसके पास उत्तर भारत मे ISIS को फिर से खड़ा करने की है। इसीलिए ख्वाजा को नेपाल से भारत वापस बुलाया गया। ख्वाजा पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में होते हुए दिल्ली पहुंचा। यहां पर उसने एक कमरा किराए पर लिया। लेकिन इस दौरान पुलिस को इसकी मूवमेंट की जानकारी मिल गई थी। पुलिस को ये खबर मिल चुकी थी कि तीनों को हथियार भी आईएस के आका ने दिलवा दिया था। इनके निशाने पर दिल्ली और एनसीआर के अलावा पूरा उत्तर भारत था। तीनों ने बताया कि एक बार किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के बाद ये पाकिस्तान चले जाते। पुलिस के मुताबिक, गिरफ्त में आये ख्वाजा के साथियों ने ही बुधवार के दिन केरल के सीमावर्ती इलाके में एक इंस्पेक्टर विल्सन की भी हत्या की है।
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