नई दिल्ली। हवा की गति कम होने और आर्द्रता का स्तर अधिक होने के कारण दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। अगले 24 घंटे में प्रदूषण से हालात और बिगड़ सकते हैं हालांकि शनिवार तक कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार दोपहर डेढ़ बजे एक्यूआई 361 था। रोहिणी में एक्यूआई 410, आनंद विहार में 413, नेहरू नगर में 403 और बवाना में 404 था। यहां प्रदूषण गंभीर श्रेणी में रहा। एनसीआर क्षेत्रों में भी एक्यूआई गंभीर और बहुत खराब श्रेणी में रहा। गाजियाबाद में यह 412, ग्रेटर नोएडा में 395, नोएडा में 394 दर्ज किया गया।
201 से लेकर 300 के बीच एक्यूआई को ‘‘खराब’’, 301 से 400 के बीच ‘‘बहुत खराब’’ और 401 से 500 के बीच ‘‘गंभीर’’ श्रेणी का माना जाता है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण हवा की गति धीमी रहने और आर्द्रता के उच्च स्तर के कारण सुबह के वक्त प्रदूषकों के बिखराव में कमी आई, यही प्रदूषण का कारण बना।
मौसम विभाग के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि वायु गुणवत्ता गुरुवार और शुक्रवार को बेहद खराब श्रेणी में बनी रह सकती है। निजी मौसम विज्ञान संस्था स्काईमेट वेदर ने कहा कि 23 नवंबर से हल्की हवा चल सकती है जिससे कुछ राहत मिलेगी लेकिन यह भी अस्थायी होगी क्योंकि 25 नवंबर से एक और पश्चिमी विक्षोभ बन रहा है जिससे हवा की गति फिर मंदी पड़ सकती है।
उन्होंने कहा, ‘‘25 और 26 नवंबर को अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। ऐसा होता है तो प्रदूषक तत्व हट जाएंगे।’’ सरकारी वायु गुणवत्ता निगरानी संस्था सफर ने बताया कि शनिवार को हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है जिससे प्रदूषक तत्व छितरा जाएंगे और प्रदूषण से राहत मिल सकती है। इस बीच न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के लिए सामान्य है। सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 89 फीसदी था।
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