नयी दिल्ली: केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का भूमिपूजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले कुछ दिन में कर सकते हैं और इसके ढाई साल में पूरा हो जाने की उम्मीद है। गडकरी ने लोकसभा में प्रश्नकाल में कहा कि हरियाणा के गुड़गांव से होते हुए और मध्य प्रदेश के रतलाम, झाबुआ और मंदसौर आदि क्षेत्रों से निकलकर मुंबई जाने वाला यह नया एक्सप्रेसवे 120 मीटर चौड़ा होगा और इसके निर्माण में पारदर्शी तरीके से आवंटित ठेकों में सरकार 16 हजार करोड़ रुपये बचाएगी। इससे दिल्ली से मुंबई की दूरी 12 घंटे में पूरी की जा सकती है।
गडकरी ने मंदसौर से भाजपा सांसद सुधीर गुप्ता के पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘अगले 10 से 15 दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस एक्सप्रेसवे का भूमिपूजन करने के लिए अनुरोध किया है। प्रधानमंत्री जल्द इसका भूमिपूजन करेंगे और इसका काम शुरू हो जाएगा। हम इसे ढाई साल के अंदर पूरा करने का प्रयास करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि यह एक्सप्रेसवे अहमदाबाद, सूरत और बड़ोदरा के परंपरागत मार्ग के बजाया हरियाणा, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल और पिछड़े इलाकों से होकर निकलेगा और इस वजह से जनजातीय क्षेत्रों में रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे।
गडकरी ने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम लगभग पूरा हो चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि मैंने रेल मंत्री पीयूष गोयल से कहा है कि यह एक्सप्रेसवे 120 मीटर चौड़ा है और ‘‘आपको मैं इसमें बुलेट ट्रेन के लिए भी जगह दे सकता हूं।’’ गडकरी के जवाब के दौरान लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा, ‘‘इतने पैसे बचाए हैं तो क्या मंदसौर से इंदौर को भी जोड़ सकते हैं।’’ इस पर सदन में उपस्थित सभी सदस्य हंस पड़े। गौरतलब है कि महाजन इंदौर से लोकसभा सदस्य हैं। गडकरी ने भी अपने विस्तृत जवाब के दौरान कहा कि अब इंदौर को जोड़ना ही पड़ेगा।
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