नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने गुरुवार को दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष जफरुल इस्लाम खान के खिलाफ राजद्रोह के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा FIR में धार्मिक आधार पर 2 समूहों में वैमनस्यता को बढ़ावा देने की भी धारा लगाई गई है। बता दें कि इस्लाम ने 28 अप्रैल को सोशल मीडिया पर एख पोस्ट की थी। इस्लाम ने अपनी पोस्ट में कहा था कि जिस दिन मुसलमानों ने अरब देशों से अपने खिलाफ जुल्म की शिकायत कर दी, जलजला आ जाएगा।
क्या लिखा था जफरुल ने
जफरुल ने अपनी पोस्ट मे लिखा था, ‘भारतीय मुस्लिमों के साथ खड़े होने के लिए कुवैत का धन्यवाद। हिंदुत्व विचारधारा के लोग सोचते हैं कि कारोबारी हितों की वजह से अरब देश भारत के मुस्लिमों की सुरक्षा की चिंता नहीं करेंगे, लेकिन वे नहीं जानते हैं कि भारतीय मुस्लिमों के अरब और मुस्लिम देशों से कैसे रिश्ते हैं। जिस दिन मुसलमानों ने अरब देशों से अपने खिलाफ जुल्म की शिकायत कर दी, जलजला आ जाएगा।’ हालांकि शनिवार को कुवैत ने ऐसे मामलों से पल्ला झाड़ लिया और कहा कि वह भारत के आंतरिक मामलों में किसी तरह के हस्तक्षेप का समर्थन नहीं करता।
जाकिर नाइक को बताया हीरो सिर्फ इतना ही नहीं, जफरुल ने अपनी पोस्ट में विवादित इस्लामिक प्रचारक
जाकिर नाइक को हीरो की तरह पेश किया। पोस्ट में लिखा गया कि कट्टर लोग यह भूल गए कि अरब देश भारतीय
मुसलमानों को प्यार करते हैं क्योंकि उन्होंने सालों से इस्लाम की सेवा की है। अपनी इस पोस्ट में जफरुल ने जाकिर नाइक समेत अन्य लोगों के नाम लिखे और कहा कि सभी भारत से हैं और अरब और मुस्लिम देशों में उनकी बड़ी इज्जत है। बता दें कि इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को भारत ने भगोड़ा घोषित किया है।
बवाल बढ़ा तो मांगी माफी जब पूरे मामले से कुवैत ने पल्ला झाड़ लिया और बवाल बढ़ गया तो जफरुल इस्लाम खान ने अपनी पोस्ट पर शुक्रवार को माफी मांग ली। शुक्रवार को एक फेसबुक पोस्ट में जफरुल ने लिखा कि मैंने गलत समय पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'मुझे महसूस हुआ कि जब देश मेडिकल इमरजेंसी का सामना कर रहा है, उस समय यह ट्वीट असंवेदनशील था। मैं उन सभी से माफी मांगता हूं, जिनकी संवेदनाओं को चोट पहुंची है। मेरा इरादा किसी की भवनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।'
Latest India News