नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने 2015 के चुनाव में अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे गलत जानकारी देने के आरोप में दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर का निर्वाचन रद्द किया। इससे पहले एलएलबी की फर्जी डिग्री के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पूर्व कानून मंत्री जीतेंद्र तोमर से त्यागपत्र ले लिया था, लेकिन इसबार फिर आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा की त्रीनगर सीट से उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया है। मंगलवार को आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है जिसमें त्रीनगर सीट से जीतेंद्र तोमर को प्रत्याशी बनाया गया है।
2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की रिकॉर्डतोड़ जीत के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में बनी सरकार में जीतेंद्र तोमर को दिल्ली का कानून मंत्री बनाया गया था। जीतेंद्र तोमर ने चुनाव लड़ने के लिए भरे अपने शपथपत्र में कहा था कि 1999 में उन्होंने एलएलबी की पढ़ाई पूरी की थी। हालांकि उनकी LLB की डिग्री को लेकर विवाद पैदा हुआ था और आरोप लगे थे कि उनकी डिग्री फर्जी है। जीतेंद्र तोमर पर लगे इन आरोपों के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें कानूनमंत्री के पद से हटा दिया था।
जीतेंद्र तोमर को त्रीनगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाए जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है। भाजपा ने अपने ट्वीट संदेश में लिखा, ‘‘याद कीजिए, 'आप' के पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र तोमर जिनकी डिग्री फर्जी पाई गई थी, जिनके ऊपर एक्शन लेने की बात केजरीवाल ने कही थी, अब एक बार फिर केजरीवाल ने उन्हें त्रिनगर से टिकट दिया है, क्या आपको लगता है कि ऐसे धोखेबाज दिल्ली के विकास के लिए काम करेंगे?’’
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