नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में CAA विरोधी और समर्थकों के बीच हिंसा में ड्यूटी पर शहीद हुए दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के परिवार को एक करोड़ की सम्मान राशि दी जाएगी। दिल्ली विधानसभा में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसका ऐलान किया। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि "हिंसा में शहीद हुए दिल्ली पुलिस के हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल इंसानियत के लिए शहीद हुए, इस देश के लिए शहीद हुए।"
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि "रतन लाल जी के परिवार की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार उठाएगी और शहीद रतन लाल जी के परिवार को एक करोड़ की सम्मान राशि दी जाएगी।" हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल 24 फरवरी को शहीद हुए थे, जिसके बाद एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया था कि रतन लाल सहायक पुलिस आयुक्त के कार्यालय से जुड़े हुए थे।
42 वर्षीय रतन लाल राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। उन्होंने 1998 में दिल्ली पुलिस ज्वाइन की थी। वह अपने पीछे पत्नी और तीन बच्चे (दो बेटी और एक बेटा) छोड़ गए हैं। दरअसल, 24 फरवरी को गोकुलपुरी के पास भजनपुरा में CAA के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा में दंगाइयों ने पुलिस पर हमला किया था, जिसमें हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल के सिर पर पत्थर लगने से चोट आई थी।
सिर पर चोट लगने के तुरंत बाद रतन लाल को अस्पताल ले जाया गया था लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। आपको बता दें कि बुधवार तक हिंसा की घटनाओं में कम से कम 20 लोगों की जान चली गई और करीब 200 लोग घायल हो गए। हालांकि, बुधवार को दंगा प्रभावित इलाकों में पहुंचे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोवल ने कहा कि हालात पूरी तरह से काबू में है।
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