राहुल गांधी के आवास के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन, इस्तीफा वापस लेने की मांग, राजस्थान PCC ने पारित किया प्रस्ताव
दिल्ली कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास के बाहर एकत्रित हुए और उनसे पार्टी के शीर्ष पद से हटने के प्रस्ताव को वापस लेने की अपील की।
नई दिल्ली: दिल्ली कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास के बाहर एकत्रित हुए और उनसे पार्टी के शीर्ष पद से हटने के प्रस्ताव को वापस लेने की अपील की। दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ता मध्य दिल्ली के तुगलक लेन में राहुल के आवास के बाहर एकत्रित हुए और 'राहुलजी इस्तीफा वापस लो' के नारे लगाए। प्रदर्शन की अगुवाई दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रहीं और दिल्ली कांग्रेस इकाई की अध्यक्ष शीला दीक्षित, दिल्ली के पूर्व मंत्री हारून युसूफ, पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टायटलर और बॉक्सर विजेंदर सिंह ने की।
विजेंदर सिंह दक्षिण दिल्ली लोकसभा सीट से पार्टी के प्रत्याशी थे। मीडिया से बात करते हुए सिंह ने कहा, "हमारा राहुलजी पर पूरा विश्वास है और हम चाहते हैं कि वह पार्टी अध्यक्ष के रूप में आगे भी काम करें।" लोकसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने पद छोड़ने की पेशकश की है। वहीं, दूसरी ओर, राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति की कार्यकारिणी की बैठक में राहुल गांधी के त्यागपत्र को स्वीकार नहीं करने संबंधी एक प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में 25 मई को नई दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पारित प्रस्ताव का समर्थन किया गया।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे ने संवाददाताओं के समक्ष बैठक में पारित प्रस्ताव को पढ़ते हुए कहा कि प्रदेश कार्यकारिणी की यह बैठक प्रदेश के समस्त कांग्रेसजनों की भावनाओं के अनुरूप सर्व सम्मति से केन्द्रीय कार्यकारिणी में पारित प्रस्ताव का अनुमोदन करती है और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति पूर्ण विश्वास व्यक्त करते हुए उनसे (राहुल गांधी से) अनुरोध करती है कि वह हमें अपना प्रभावी नेतृत्व प्रदान करते रहें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी उन समस्त चुनौतियों, विफलताओं और कमियों को स्वीकार करती है जिनकी वजह से ऐसा जनादेश आया। उन्होंने कहा कि हम सभी प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य हर स्तर पर सम्पूर्ण आत्मचिंतन के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत करते है कि वे पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन कर विस्तृत पुनर्संरचना करें और इसके लिये योजना जल्द से जल्द लागू की जाए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने चुनाव हारा है, लेकिन हमारा अदम्य साहस हमारे संघर्ष की भावना और हमारी सिद्धांतों के प्रति प्रतिबद्धता पहले से ज्यादा मजबूत है। कांग्रेस पार्टी नफरत व विभाजन की ताकतों से लोहा लेने के लिये सदैव आपके नेतृत्व में कटिबद्ध है। लोकसभा चुनाव के बाद आयोजित पहली बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और राजस्थान के प्रभारी अविनाश पांडे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और अन्य नेता मौजूद हैं।
सरकारी मुख्य सचेतक महेश जोशी ने बताया कि प्रदेश कार्यकारिणी के सभी सदस्यों ने राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए सीडब्ल्यूसी के प्रस्ताव का समर्थन किया है। राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों के चुनाव परिणाम के बाद सत्ताधारी पार्टी की यह पहली बैठक है। राज्य की 25 लोकसभा सीटों में से पार्टी एक भी सीट पर जीत दर्ज नहीं कर पाई।