लेह। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के साथ हो रही बाचचीत के बारे में कहा कि बातचीत तो हो रही है लेकिन इससे कितना हल निकलेगा इसकी गारंटी नहीं। राजनाथ सिंह शुक्रवार को लेह के स्तकना में बोल रहे थे। रक्षा मंत्री लेह दौरे पर हैं और वहां पर उन्होंने रक्षा तैयारियों का जायजा लिया है। सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत एक कमजोर देश नहीं है और दुनिया की कोई ताकत भारत की एक इंच भूमि पर कब्जा नहीं कर सकती।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों को संबोधित करते हुए कहा, “बॉर्डर पर विवाद को हल करने के लिए बातचीत हो रही है, लेकिन किस हद तक यह हल होगा इसकी गारंटी नहीं दे सकता, मैं सिर्फ इसकी गारंटी दे सकता हूं कि दुनिया की कोई ताकत भारत की एक इंच जमीन पर कब्जा नहीं कर सकती। अगर बातचीत से हल निकलता है तो इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों से कहा, “हाल में पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच जो कुछ हुआ और हमारे सैनिकों ने सीमा की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए, मैं उनके लिए दुखी हूं और उन्हें श्रदधांजलि अर्पित करता हूं।” रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की लेह यात्रा के दौरान सेना प्रमुख जनरल एमएन नरवणे और सीडीएस बिपिन रावत भी साथ हैं।
सैनिकों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत एक कमजोर देश नहीं है। चीनी सैनिकों के साथ लोहा लेते हुए शहीद हुए 20 सैनिकों पर रक्षा मंत्री ने कहा कि सैनिकों का बलिदान व्यर्थ जाने नहीं दिया जाएगा। रक्षा मंत्री ने सैनिकों से कहा कि आपका बलिदान और वीरता हमें प्रेरित करती है, उन्होने कहा कि राष्ट्रीय गौरव हमारी ताकत है और उसे कोई भी नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
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