दिल्ली से सटे नोएडा में अकेलेपन और पारिवारिक रिश्तों की कड़वी सच्चाई सामने आई है। नोएडा के सेक्टर 99 में स्थित सुप्रीम सोसाइटी में रहने वाली एक 52 वर्षीय महिला की सड़ीगली लाश बरामद हुई। मृतका का नाम बबिता बसु बताया गया है। पेशे से पत्रकार रहीं बबिता बसु पति से तलाक लेने के बाद पिछले 2 साल से अकेले ही इस फ्लैट में रह रही थीं। उनका एक बेटा बेंगलुरू में रहता है। पुलिस के मुताबिक महिला की मौत करीब 25 दिन पहले ही हो चुकी थी। फ्लैस से बदबू आने के बाद मकान मालिक ने महिला के बेटे को इसकी जानकारी दी। रविवार को बेंगलुरू से आने के बाद जब बेटे ने दरवाजा तोड़ा तो यह भयावह तस्वीर सामने देखने को मिली।
जानकारी के मुताबिक बबिता इस सोसाइटी टावर नंबर-10 की 16वीं मंजिल पर रहती थीं। पुलिस के मुताबिक आरिखी बार 19 सितंबर को बबिता की उनके बेटे सिद्धार्थ से बात हुई थी। बबिता ने अपनी बीमारी के बारे में बताकर सिद्धार्थ को नोएडा बुलाया था। लेकिन सिद्धार्थ ने काम का दबाव बताकर दिवाली पर आने का आश्वासन दिया था। बबिता का उनके पति मधुसूदन पाल चौधरी से करीब 15 साल पहले तलाक हो चुका था। उनका बेटा सिद्धार्थ बेंगलुरु की कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजिनियर है। वह करीब 5 साल से वहीं नौकरी कर रहा है।
बबिता के बेटे ने बताया कि बबिता बसु को किडनी की समस्या थी, जिसके चलते उन्हें हर हफ्ते दिल्ली के अस्पताल में डायलसिस के लिए जाना पड़ता था। बीमारी और अकेलेपन की वजह से वह अक्सर फ्लैट में ही बंद रहती थीं। बबिता जिस फ्लैट में रहती थीं उसके मकान मालिक अरुण सतीजा ने उन्हें यह फ्लैट 20 महीने पहले किराये पर दिया था। अब उसका रेंट अग्रीमेंट रिन्यू होना था। इसके लिए वे 15- 20 दिन से बबिता बसु को फोन कर रहे थे, लेकिन कोई कॉल नहीं उठा रहा था। वे शनिवार को फ्लैट में पहुंचे तो अंदर से बदबू आ रही थी। जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना उनके बेटे को सूचना दी।
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