नई दिल्ली: दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Delhi Disaster Management Authority) की बैठक में गृह मंत्रालय द्वारा बनाई गई कमेटी ने प्राइवेट हॉस्पिटल के लिए जो बेड्ज़ रेट तय किए थे, वो प्रस्ताव पास हो गया है। इसके तहत किसी भी प्राइवेट हॉस्पिटल के 60% तक बेड अब सस्ते रेट में उपलब्ध होंगे। उसके बाद जो भी बेड होंगे, हॉस्पिटल अपने हिसाब से चार्ज कर सकता है।
बता दें कि कोरोना मरीजों के उपचार के लिए निजी अस्पतालों में बेड की दरों को तय करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिस कमेटी का गठन किया था उस कमेटी ने अपनी सिफारिशें सौंप दी हैं और वेंटीलेटर बेड की कीमत को 54000 रुपए प्रति बेड से कम करके 18000 रुपए प्रति बेड करने का सुझाव दिया है। 3 दिन पहले ही इस कमेटी का गठन किया गया था और दिल्ली के निजी अस्पतालों में कोरोना बेड की दरों को तय करने के लिए सुझाव देने को कहा गया था।
कमेटी ने अपने सुझाव में कहा है कि निजी अस्पताल में आइसोलेशन बेड की दर 8000-10000 रुपए, आईसीयू बेड की दर 13000-15000 रुपए तथा वेंटीलेटर बेड की दर 15000-18000 रुपए प्रति दिन होनी चाहिए, इसमें पीपीई किट की कीमत भी शामिल होगी।
अभी तक दिल्ली के निजी अस्पताल कोरोना मरीजों से आइसोलेशन बेड के लिए 24000-25000 रुपए, आईसीयू बेड के लिए 34000-43000 रुपए और वेंटीलेटर बेड के लिए 44000-54000 रुपए प्रति दिन के वसूल रहे हैं और ऊपर से पीपीई किट के पैसे 5-10 गुना अधिक कीमत पर वसूल रहे हैं। केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार अगर इस कमेटी की सिफारिशें मानती है तो निजी अस्पतालों को मौजूदा कीमत से एक तिहाई कीमत पर कोरोना मरीजों का उपचार करने पर मजबूर होना पड़ेगा।
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