श्रीनगर: जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखकर अपनी मां की रिहाई की मांग की है। इल्तिजा ने उपराज्यपाल से अनुरोध किया है कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उनकी मां समेत हिरासत में लिए गए सभी लोगों को रिहा किया जाए। उन्होंने लिखा है कि जम्मू एवं कश्मीर में कोरोना वायरस के 4 मामले पहले ही सामने आ चुके हैं, और आने वाले दिनों में यह संख्या तेजी से बढ़ेगी।
‘पूरे भारत में जेलें बन सकती हैं महामारी का नया केंद्र’
इल्तिजा ने लिखा है, ‘चूंकि कोरोना वायरस के लिए कोई दवा या टीका मौजूद नहीं है, इसलिए इस महामारी से लड़ने के लिए सबसे सुरक्षित तरीका सेल्फ आइसोलेशन के रूप में सामने आया है। जेलों में काफी भीड़ होने के चलते बंदी संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि पूरे भारत में जेलें इस महामारी का नया केंद्र बन सकती हैं।’ उन्होंने अधिक उम्र के रोगियों पर इसके असर को बताते हुए लिखा है कि घाटी में 65 वर्ष से अधिक की आयु के कई कैदी बंद हैं, ऐसे में आप इस महामारी के चलते उनकी चिंता की कल्पना कर सकते हैं।
इल्तिजा ने की कैदियों को रिहा करने की अपील
इल्तिजा ने चिट्ठी में लिखा है, ‘उपरोक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, मैं आपसे सभी बंदियों को तुरंत रिहा करने और उन्हें घर लौटने की अनुमति देने का अनुरोध करती हूं।’ बता दें कि महबूबा मुफ्ती अगस्त, 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही नजरबंदी में हैं। बीते 13 मार्च को ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की नजरबंदी को खत्म कर दिया गया था। उनकी नजरबंदी 7 महीने तक चली थी।
Latest India News