दार्जिलिंग: उत्तरी पश्चिम बंगाल में सामान्य जनजीवन बहाल हो गया है, इस बीच दार्जिलिग, कालिमपोंग और कुर्सियोंग में सेना की गश्त जारी है। यहां शनिवार को किसी तरह की हिंसा की कोई खबर नहीं आई है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) द्वारा गुरुवार को अलग गोरखालैंड की मांग के लिए विरोध शुरू करने के बाद से पश्चिम बंगाल के तीन पहाड़ी इलाकों में सेना की छह टीमों को तैनात किया गया है, जिसमें प्रत्येक टीम में 43 सुरक्षाकर्मी हैं। केंद्रीय रिजर्व पुलिसबल (CRPF) की तीन कंपनियों की तैनाती की गई है।
पुलिस के मुताबिक, GJM प्रमुख बिमल गुरुं ग सहित कई कार्यकर्ताओं पर आपराधिक षड्यंत्र रचने और आगजनी का मामला दर्ज किया गया है। जिला प्रशासन ने GJM संचालित गोरखा क्षेत्रीय प्रशासन के मुख्यालय भानु भवन को सील कर दिया। GJM द्वारा आहूत 12 घंटे के बंद के बाद दुकानों, रेस्तरां और होटलों को दोबारा खोल दिया गया। तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार सुबह इन क्षेत्रों में शांति रैली निकाली।
इस दौरान राज्य सराकर ने दार्जिलिंग पुलिस अधीक्षक अमित जावलगी को पद से हटा दिया है और स्थिति की जांच के लिए पुलिस के तीन वरिष्ठ अधिकारियों की टीम भेजी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार की रात मैदानी इलाकों का दौरा किया। अब वह जलपाईगुड़ी जिले में मौजूद हैं। उन्होंने शनिवार को उत्तर बंगाल सचिवालय में एक उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में मुख्य सचिव बदुदेव बनर्जी और राज्य के पुलिस महानिदेशक सुरोजीत कर पुरोकायस्थ भी मौजूद थे।
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