बदायूँ: उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के हजरतपुर थाना क्षेत्र के गांव आजमपुर में गेहूँ काटने से मना करने पर जिस दलित किसान की पिटाई कर कथित रूप से उसकी मूँछे उखाड़ी गई थी और उसे जबरन मानव मूत्र पिलाया गया था, वह लापता हो गया है। जिला प्रशासन ने लापता किसान सीताराम वाल्मीकि के परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया, ‘‘परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया और जेल में भेज दिया गया।’’ वाल्मीकि लापता है और उसके परिजन कह रहे हैं कि शायद वह अपने रिश्तेदारों के पास गया हो। श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हम उसको तलाश रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि मामले की विवेचना पुलिस क्षेत्राधिकारी दातागंज को सौंपी गई है और जल्द ही विवेचना पूर्ण कर ली जाएगी। उसी के आधार पर मामले में अग्रिम कार्रवाई होगी। पुलिस ने दलित किसान पर हमले के आरोप में सभी चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही थाना हजरतपुर के स्टेशन इंचार्ज राजेश कश्यप को निलंबित कर दिया था।
शिकायतकर्ता वाल्मीकि के अनुसार यह घटना 24 अप्रैल को हुई। तब वह आजमपुर बिसौलिया में अपने खेत में काम कर रहा था। विजय सिंह, पिंकू सिंह, विक्रम सिंह और सोमपाल उर्फ कल्लू ने अपनी फसल काटने को कहा। जब वाल्मीकि ने इनकार कर दिया तो उसे पीटा गया। उसकी मूंछें उखाड़ी गईं और कथित रूप से जूते से मानव मूत्र पीने के लिए उसे मजबूर किया गया। मामले की प्राथमिकी 29 अप्रैल को दर्ज की गई।
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