नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवाती तूफान वायु को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक तूफान मंगलवार शाम तक घोर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) में परिवर्तित होने की आशंका है और हवा की रफ्तार 115 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंच सकती है, बुधवार शाम तक हवा की रफ्तार 135 किलोमीटर प्रतिघंटा तक पहुंचने की आशंका जताई गई है और यही स्थिति गुरुवार सुबह तक बने रहने की आशंका भी है।
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान वायु 110-120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गुरुवार सुबह को गुजरात में पोरबंदर से लगे तटीय क्षेत्रों से गुजरने की संभावना है और इस दौरान 135 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा के झोंके भी लग सकते हैं।
मौसम विभाग ने कोंकण और गोवा में 11 जून के लिए भारी बरसात की पीली, 12 जून के लिए नारंगी और 13 जून के लिए पीली चेतावनी जारी की हुई है। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के लिए 12 जून को भारी बरसात की पीली और 13 जून को लाल रंग की चेतावनी (रेड अलर्ट) जारी की गई है। मौसम विभाग ने दक्षिणी गुजरात क्षेत्र के लिए भी 12 और 13 जून को चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग जब पीले रंग की चेतावनी जारी करता है तो उसका अर्थ हर घटना से अपडेट रहना होता है, नारंगी चेतावनी का अर्थ किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी और रेड अलर्ट का अर्थ बिना समय गंवाए सुरक्षित जगह पर पहुंचना होता है।
मौसम विभाग ने अरब सागर से सटे राज्यों यानि केरल, कर्नाटक, लक्ष्यद्वीप, महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों के मछुआरों को सलाह दी है कि वे मछली पकड़ने समुद्र में न जाएं, मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान के दौरान समुद्र में एक से डेढ़ मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है।
मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान वायु की वजह से जिन क्षेत्रों में तूफान की वजह से सबसे ज्यादा हानि हो सकती है उनमें गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिले शामिल हैं। इन इलाकों में कच्चे घरों और झोंपड़ियों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है, इसके अलावा बिजली और संचार लाइनों को भी हल्का नुकसान होने की आशंका है।
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