तूफान 'यास' कल दोपहर बाद करेगा लैंडफॉल, ओडिशा के कई जिलों में रेड और ऑरेंज अलर्ट
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान यास कल दोपहर बाद लैंडफॉल करेगा। फिलहाल यह तूफान पिछले 6 घंटे से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है।
नई दिल्ली: अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान यास कल दोपहर बाद लैंडफॉल करेगा। फिलहाल यह तूफान पिछले 6 घंटे से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। इस बीच ओडिशा के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना के मद्देनजर मौसम विभाग ने रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। भारतीय मौसम विभाग भुवनेश्नर के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास मुताबिक चक्रवाती तूफान यास पाराद्वीप के दक्षिण और दक्षिण पू्र्वी दिशा में 320 किलोमीटर और बालासोर के दक्षिण, दक्षिण पूर्व में 430 किलोमीटर है। कल दोपहर इसके पाराद्वीप और सागर द्वीप और चांदबाली और धामरा के बीच लैंडफॉल होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि केंद्रपाड़ा, भद्रक, जगतसिंहपुर, बालासोर में आज और कल के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और रेड अलर्ट जारी किया गया है। मयूरभंज, जाजपुर, कटक, खोरदा और पुरी में आज भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना। इनके लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने राज्य के गृह मंत्री को आज बालासोर पहुंचने और वहीं रहकर स्थिति की निगरानी के लिए निर्देश दिया है।
पारादीप में एनडीआरएफ की टीम तैनात
चक्रवात यास के मद्देनज़र पारादीप में एनडीआरएफ की टीम तैनात की गई है। पारादीप पोर्ट ट्रस्ट के चेयरमैन ने बताया कि तूफान यास के मद्देनजर पारादीप पोर्ट पर तैयारियां की जा चुकी हैं। जितने भी जहाज पोर्ट पर थे उसे पहले से ही सुरक्षित जगह पर भेज दिया है। चक्रवात से प्रभावित लोगों के लिए पोर्ट पर 5 शेल्टर बनाए जा रहे हैं जिसमें सभी प्रकार की सुविधा होगी।
ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की अपील
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तटीय क्षेत्रों के निवासियों से स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने और चक्रवात के मद्देनजर बनाए गए शेल्टरों में जाने का आग्रह किया है। राज्य के लोगों को संबोधित करते हुए सीएम ने उन्हें कोविड के प्रोटोकॉल का पालन करने और मास्क पहनकर रखने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि किस तरह से लोगों के सहयोग से सरकार के प्रयासों को मजबूती मिलती है। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा, चक्रवात ओडिशा के लिए कोई नई घटना नहीं है।
उन्होंने कहा, "एक ऐसे समय में जब हम कोविड महामारी से लड़ रहे हैं, चक्रवात यास एक और चुनौती है जिसका हमें सामना करना है। पिछले साल मई में हमने कोविड के साथ-साथ चक्रवात अम्फान का सामना किया था और लोगों की मदद से ही उस दौरान सारी चीजों की व्यवस्था हो पाई। इस बार भी हम आपदा और महामारी संग निपटने के लिए मिलकर काम करेंगे।"
वह आगे कहते हैं, "हमारी प्राथमिकता लोगों की जिंदगी बचाना है और इसलिए मेरी आप सबसे विनती है कि आप लोग किसी सुरक्षित स्थान या तूफान के मद्देनजर बनाए गए शेल्टरों में चले जाए और प्रशासन को अपना पूरा सहयोग दें। कोविड महामारी के कारण हमें और अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है।