पुणे: अगले दो दिनों के दौरान भयंकर चक्रवात ‘महा’ के कारण गोवा के साथ ही तटीय कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा क्षेत्रों के कई हिस्सों में वर्षा होने की संभावना है। ‘महा’ सात नवंबर को दीव के समीप गुजरात तट पर पहुंच सकता है। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि पूर्व मध्य और पश्चिम मध्य अरब सागर में चक्रवात ‘महा’ बन रहा है जिसके पूर्व-उत्तरपूर्व की ओर तेजी से बढ़ने की संभावना है लेकिन आगे बढ़ने के दौरान वह कमजोर होता जाएगा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के बुलेटिन में कहा गया है, ‘‘ कोंकण, मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा के कई हिस्सों और गोवा में चक्रवातीय तूफान के फलस्वरूप सात नवंबर तक वर्षा हो सकती है। मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में छिटपुट स्थानों पर आंधी तूफान और बिजली कड़क सकती है ।’’ मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी के मुताबिक ‘महा’ के बृहस्पतिवार तड़के दीव और पोरबंदर के बीच गुजरात तट पर पहुंचने की संभावना है और इस दौरान 70-80 से लेकर 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है।
उन्होंने कहा कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह में छिटपुट स्थानों पर मूसलाधार से लेकर भारी वर्षा हो सकती है। उन्होंने कहा कि मछुआरों को गुजरात के तटीय क्षेत्रों और उससे सटे उत्तरी महाराष्ट्र के समुद्र तटीय क्षेत्रों में मध्य और उत्तरपूर्व अरब सागर में तथा उत्तरी अंडमान सागर एवं पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी गयी है। यह चक्रवात अभी अरब सागर में पोरबंदर के पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में 650 किलोमीटर की दूरी पर और वेरावल के पश्चिम-दक्षिणपश्चिम में 700 किलोमीटर की दूरी पर मंडरा रहा है। बृहस्पतिवार को तट पर पहुंचने से पहले उसके कमजोर होने की संभावना है।
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