सुबह ओडिशा पहुंचेगा ‘चक्रवात फनि’, भुवनेश्वर हवाईअड्डे से उड़ानें रद्द, कई ट्रेनें भी रद्द
चक्रवात फनि के कारण ओडिशा में अगले दो दिन रेल और विमान सेवाओं के पूरी तरह से बाधित रहने की आशंका है। करीब दो दशकों में पूर्वी तट पर सबसे गंभीर इस चक्रवाती तूफान के शुक्रवार को तट पर पहुंचने की आशंका है।
नई दिल्ली: चक्रवात फनि के कारण ओडिशा में अगले दो दिन रेल और विमान सेवाओं के पूरी तरह से बाधित रहने की आशंका है। करीब दो दशकों में पूर्वी तट पर सबसे गंभीर इस चक्रवाती तूफान के शुक्रवार को तट पर पहुंचने की आशंका है। कोलकाता-चेन्नई मार्ग पर 220 से अधिक ट्रेनें शनिवार तक रद्द कर दी गई हैं।
उड्डयन नियामक डीजीसीए ने घोषणा की कि भुवनेश्वर हवाईअड्डे पर विमानों का आवागमन शुक्रवार को रद्द रहेगा। इसके साथ, विभिन्न घरेलू एयरलाइंस का संचालन प्रभावित हुआ है। चक्रवात से पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तमिलनाडु के भी प्रभावित होने की संभावना है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बृहस्पतिवार शाम को परामर्श में कहा कि कोलकाता हवाईअड्डे पर शुक्रवार शाम साढ़े नौ बजे से शनिवार शाम छह बजे तक विमानों का संचालन नहीं होगा। रद्द ट्रेनों में 140 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें तथा 83 पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘चक्रवात फनि के कारण कोलकाता-चेन्नई रूट के भद्रक-विजयनगरम खंड (ओडिशा तटरेखा पर) चार मई की दोपहर तक सभी ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।’’ उधर, अधिकारियों का कहना है कि चक्रवात के ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल को प्रभावित करने की संभावना है। नौ ट्रेनों का मार्ग बदला गया है जबकि चार अन्य की यात्रा गंतव्य से पहले समाप्त कर दी गई है।
रेलवे ने कहा कि अगर प्रस्तावित यात्रा के तीन दिन के भीतर टिकट रद्द करने के लिए पेश किया जाता है तो वह यात्रियों को रद्द ट्रेन या रूट बदलने वाली ट्रेन के लिए पूरा पैसा वापस करेगा। रद्द ट्रेनों में हावड़ा-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, पटना-एनार्कुलम एक्सप्रेस, नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा-हैदराबाद ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस, भुवनेश्वर-रामेश्वरम एक्सप्रेस शामिल हैं। नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, नई दिल्ली-पुरी नंदन कानन एक्सप्रेस, पुरी-नई दिल्ली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस ट्रेनों जिन्हें बृहस्पतिवार को अपनी यात्रा शुरू करनी थी, को रद्द करना पड़ा।
रेलवे ने छह और ट्रेनों को रद्द कर दिया जिन्हें शुक्रवार को यात्रा शुरू करनी थी। इसमें भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस और पुरी-नई दिल्ली नंदन कानन एक्सप्रेस शामिल हैं। रेलवे ने सभी जोनों के संभागीय प्रबंधकों को निर्देश जारी किए कि भद्रक (ओडिशा)-विशाखापट्टनम खंड की दोनों दिशाओं में यात्रियों को ट्रेनें रद्द किये जाने, गंतव्य से पहले यात्रा खत्म किये जाने और ट्रेनों का मार्ग बदलने जाने के बारे में जानकारी हेतु महत्वपूर्ण स्टेशनों पर बार-बार घोषणाएं की जाएं।
रेलवे ने अब तक प्रभावित क्षेत्रों से यात्रियों को लाने के लिए तीन विशेष पर्यटक ट्रेनों की घोषणा की है। एक विशेष ट्रेन दिन में 12 बजे पुरी से शुरू होगी जो कोलकाता के शालीमार की तरफ जाएगी। इसमें आरक्षित एवं अनारक्षित डिब्बे हैं। यह ट्रेन खोरधा रोड, भुवनेश्वर, कटक, जाजपुर, केन्दुझार रोड, भद्रक, बालेश्वर और खड़गपुर स्टेशन पर रुकेगी। दो अन्य विशेष ट्रेनें पुरी से हावड़ा जाएंगी।
इससे पहले बुधवार को, रेलवे ने निर्देश दिया था कि सभी प्रमुख स्टेशनों के स्टॉलों पर सूखे खाने का सामान, ‘जनता खाना’ और पीने के पानी की बोतलों को पर्याप्त संख्या में उपलब्ध कराया जाए। रेलवे ने कहा, ‘‘आपातकाल नियंत्रण विभाग चौबीसों घंटे काम कर रहा है और वह हेल्पलाइन नंबर के जरिए यात्रियों की मदद कर रहा है। किसी भी कर्मचारी को अगले तीन दिन छुट्टी पर नहीं जाने को कहा गया है।’’
आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए देश की शीर्ष संस्था राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने बुधवार को चक्रवात ‘फनि’ की तैयारियों की समीक्षा की थी। प्रभावित क्षेत्रों से निकाले जाने वाले लोगों के लिए करीब 900 चक्रवात आश्रय गृह बनाए गए हैं।