नई दिल्ली: 20 साल बाद आए सबसे ख़तरनाक़ महातूफान 'फनि' तबाही मचा रहा है। फनि तूफान की वजह से पुरी के जगन्नाथ मंदिर की पताका भी टूट गई थी। अब इस पताका को छोटा कर दिया गया है। वहीं पताका के उड़ जाने से महाप्रभु के भक्त इसे अशुभ संकेत मान रहे हैं। हालांकि श्रीमंदिर के सेवकों का कहना है कि पताका उड़ना कोई नई बात नहीं है। तेज हवा चलने से पताका उड़ जाती है। इसे अशुभ के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए।
इस तूफान की वजह से कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है और 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। समुद्र के किनारे बसे मंदिर शहर पुरी में कई इलाके और अन्य जगहों में पानी भर गया है। राज्य के सभी तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है। कई पेड़ उखड़ गए और भुवनेश्वर समेत कुछ स्थानों पर बनीं झोपड़ियां तबाह हो गई हैं।
ओडिशा के गंजाम और पुरी में फोनी कहर बरपा रहा है। गंजाम, भुवनेश्वर और पुरी में कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर पड़े हैं और उन्हें हटाने का कार्य लगातार जारी है। वहीं समुद्र के किनारे बसे मंदिर शहर पुरी में कई इलाके और अन्य जगहों में पानी भर गया है। राज्य के सभी तटीय इलाकों में भारी बारिश हो रही है।
फोनी के गुजरने के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए विशाखापत्तनम में नौसेना के 13 विमानों को अलर्ट पर रखा गया है। ओडिशा के 17 जिलों में फोनी तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही सभी स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।
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