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Hindi News भारत राष्ट्रीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराएगा चक्रवात 'बुलबुल'

पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराएगा चक्रवात 'बुलबुल'

चक्रवात 'बुलबुल' के रविवार तड़के पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराने का अनुमान है, जिसके चलते तटीय इलाकों में भारी बारिश और 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। 

Puri Sea coast- India TV Hindi Image Source : PTI Puri Sea coast

कोलकाता: चक्रवात 'बुलबुल' के रविवार तड़के पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराने का अनुमान है, जिसके चलते तटीय इलाकों में भारी बारिश और 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जी के दास ने कहा कि तूफान से राज्य के कच्चे घरों, बिजली तथा संचार सेवाओं और सड़कों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने संवेदनशील इलाकों में लोगों को घरों में रहने की सलाह देते हुए आगाह किया इससे पेड़ उखड़ने, फसलें बर्बाद होने और तटबंधों के नष्ट होने की आशंका है।

दास के अनुसार कोलकाता में नौ और दस नवंबर के बीच भारी बारिश और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का भी अनुमान है। अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को कोलकाता से 600 किलोमीटर दूर बना गंभीर चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' शनिवार को और तेज होते हुए उत्तर की ओर बढ़ेगा। दास ने कहा, "इसके बाद इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए 10 नवंबर को तड़के पश्चिम बंगाल के सागर द्वीपसमूह और बांग्लादेश के खेपूपारा के बीच तटों से टकराने की संभावना है।" 

‘बुलबुल’ से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए एनसीएमसी की बैठक 
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अगुवाई वाली राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति (एनसीएमसी) ने भीषण चक्रवात ‘बुलबुल’ के मद्देनजर राहत और बचाव अभियानों की तैयारियों का जायजा लेने के वास्ते शुक्रवार को दिल्ली में एक बैठक की। चक्रवात ‘बुलबुल’ के ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में पहुंचने की आशंका है। बैठक के दौरान कैबिनेट सचिव ने केन्द्रीय एजेंसियों को राज्य सरकारों को तत्काल सहायता देने का निर्देश दिया। 

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि उन्होंने वर्तमान हालात और राहत तथा बचाव अभियान की तैयारियों कर जायजा लिया। गौबा ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकार से लोगों को हताहत होने से बचाने तथा आधारभूत ढांचे को नुकसान से बचाने के लिए सभी कदम उठाने की सलाह दी ।साथ ही इस संबंध में केन्द्र से हर प्रकार की सहायता मिलने का आश्वासन दिया। बयान में कहा गया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात ‘बुलबुल’ और ताकतवर होकर एक भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है और इसके पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय जिलों में पहुंचने के आसार है। 

आईएमडी ने सूचना दी है कि बुलबुल रविवार सुबह पश्चिम बंगाल के तट को पार कर जाएगा। इस दौरान भारी से बेहद भारी बारिश होने, 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और 1.5 मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने, राज्य आपदा मोचन बल और दमकल विभाग ने जरुरी इंतजाम किए हैं। मछुआरों ने मछली पकड़ना बंद कर दिया है और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्यों के अनुरोध पर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के 14 दलों को तैनात किया गया है। अतिरिक्त दलों की तैनाती की जा रही है।

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