चक्रवाती तूफान 'अम्फान' की तस्वीरें, देखिए- कहां-कहां कैसे बने हालात?
इस रिपोर्ट में आपको चक्रवाती तूफान 'अम्फान' की तस्वीरें और इससे जुड़ी जानकारी मिलेगी। अलग-अलग जगहों की तस्वीरों के अलावा यहां आपको प्रशासन और सरकार द्वारा उठाए गए उन कदमों के बारे में भी पता चलेगा, जो लोगों की सुरक्षा के लिहाज से उठाए गए हैं।
नई दिल्ली: महाचक्रवात ‘अम्फान’ पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भारतीय तटों की ओर बढ़ने के साथ ही पश्चिमी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर मंगलवार को कमजोर होकर ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ में तब्दील हो गया। अधिकारियों ने बताया कि तूफान के चलते पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जोखिम वाले इलाकों से लाखों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दोनों राज्य हाई अलर्ट पर हैं क्योंकि चक्रवात के चलते तेज रफ्तार हवाएं चल रही हैं और ओडिशा के कई क्षेत्रों में बारिश हुई है।
तूफान ‘अम्फान’ पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों के नजदीक पहुंचने को है ऐसे में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) ने नाविकों को खतरे के प्रति सावधान करते हुए अपनी गादियों पर पोतों की आवाजाही रोक दी है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बंदरगाह संपत्ति को तूफान में क्षति से बचाने के प्रबंध किए जा रहे हैं। बंदरगाह पर लंगर डाले जहजों को भी बचाव व सुरक्षा की तैयारी करने के निर्दश दिए गए हैं।
तूफान ‘अम्फान’ पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों के नजदीक पहुंचने को है ऐसे में कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट (केओपीटी) ने नाविकों को खतरे के प्रति सावधान करते हुए अपनी गादियों पर पोतों की आवाजाही रोक दी है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। बंदरगाह संपत्ति को तूफान में क्षति से बचाने के प्रबंध किए जा रहे हैं। बंदरगाह पर लंगर डाले जहजों को भी बचाव व सुरक्षा की तैयारी करने के निर्दश दिए गए हैं।
बिजली मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि उसने चक्रवात अम्फान को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्था की है। महा चक्रवात 'अम्फान' के बुधवार को पश्चिम बंगाल के तट पर टकराने की प्रबल संभावना है। इस दौरान 155 से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हवाएं चलने और भारी बारिश की संभावना है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘बिजली मंत्रालय ने चक्रवात अम्फान के बुधवार दोपहर आने की आशंका को देखते हुए बिजली आपूर्ति स्थिति को लेकर पर्याप्त व्यवस्था/तैयारी की है।’’
दूरसंचार विभाग ने ‘अम्फान’ चक्रवाती तूफान के दौरान संचार नेटवर्क में रुकावटों व बाधाओं को दूर करने और नेटवर्क के बेहतर प्रबंधन के लिए नियंत्रण कक्ष बनाया है।विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि नियंत्रण कक्ष 24 घंटे काम करने वाला है। दूरसंचार सचिव अंशु प्रकाश ने मीडिया को बताया कि लोगों को स्थानीय भाषा में एसएमएस अलर्ट भेजने के प्रबंध किए जा चुके हैं। साथ ही संकट के समय मोबाइल उपयोक्ता उस क्षेत्र में उपलब्ध किसी भी नेटवर्क से अपने आप जुड़ जाएंगे।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख एस एन प्रधान ने मंगलवार को कहा कि आसन्न महाचक्रवात ‘अम्फान’ से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बल की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है। प्रधान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चक्रवात ‘अम्फान’ के रूप में यह दूसरी आपदा आ रही है क्योंकि हम पहले ही कोविड-19 का मुकाबला कर रहे हैं और इसलिए बड़े स्तर पर तैयारियां की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘अम्फान से प्रभावित होने वाले दो राज्य ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है।’’
महाचक्रवात ‘अम्फान’ के ओडिशा तट के करीब पहुंचने के साथ ही राज्य के कई हिस्सों में बारिश हुई जबकि राज्य सरकार ने संवेदनशील एवं निचले इलाकों को खाली कराने के प्रयास तेज कर दिए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र, भुवनेश्वर के निदेशक एच आर विश्वास ने कहा कि सुबह ‘अम्फान’ का केंद्र पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर था, जो पारादीप (ओडिशा) से करीब 420 किलोमीटर दक्षिण, दीघा से 570 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुपारा से 700 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में है।