अम्फान तूफान से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जबरदस्त नुकसान, 12 लोगों की मौत
चक्रवाती तूफान अम्फान ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जबरदस्त तबाही मचाई है। इस तूफान से पश्चिम बंगाल में कम से कम 12 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पांच हज़ार से ज्यादा घरों को नुकसान हुआ है।
नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान अम्फान ने ओडिशा और पश्चिम बंगाल में जबरदस्त तबाही मचाई है। इस तूफान से पश्चिम बंगाल में कम से कम 12 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पांच हज़ार से ज्यादा घरों को नुकसान हुआ है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया है कि इस तूफान से सैंकड़ों करोड़ का नुकासान हुआ है। उन्होंने इसे कोरोना से ज्यादा बड़ा संकट बताया है।
कई जगहों पर पेड़ और दीवारें गिर गई हैं। इतना ही नहीं इलेक्ट्रिक पोल भी कई जगहों पर तूफान के कारण उखड़ गए हैं। बताया जा रहा है कि जिस वक्त ये तूफान कोस्टल इलाकों में आया, उस वक्त हवा की स्पीड 190 किलोमीटर प्रति घंटा थी। अम्फान तूफान का असर आज भी दिखाई दे रहा है। कई इलाकों में जोरदार बारिश के साथ-साथ तेज हवाएं चल रही हैं।
चक्रवात अपराह्न में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुयी। चक्रवात की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए वहीं कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ।
अधिकारियों के अनुसार चक्रवात आने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 6.58 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था। ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘इलाके के इलाके तबाह हो गये। मैंने आज युद्ध जैसे हालात का सामना किया। कम से कम 10-12 लोग मारे गये हैं। नंदीग्राम और रामनगर, उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना के दो जिले पूरी तरह तबाह हो गये।’’
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने नयी दिल्ली में कहा कि ओडिशा में 20 टीमों को तैनात कर दिया गया है जबकि पश्चिम बंगाल में 19 यूनिट को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमों ने सड़कों को साफ करने का अभियान शुरू कर दिया है।
भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कों और घरों में पानी जमा हो गया। मध्य कोलकाता के अलीपुर में सुबह आठ बजे से रात 8.30 बजे के बीच 222 मिलीमीटर बारिश हुई तो दमदम में 194 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। कोलकाता के अधिकतर हिस्सों में रात नौ बजे के बाद बारिश रुक गयी लेकिन तेज हवाएं चलती रहीं।
बनर्जी ने कहा कि आज नुकसान का आकलन हो सकेगा जब तूफान चला जाएगा। चक्रवात के कारण ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुयी। महापात्र ने कहा कि चक्रवात बुधवार देर रात तक ओडिशा से आगे बढ़ जाएगा लेकिन उस समय तक खड़ी फ़सलों, पेड़ों और बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नुकसान होगा।
अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में पांच मीटर तक का ज्वार उठा जिससे काफी दायरे में आने वाले क्षेत्र जलमग्न हो गए। पश्चिम बंगाल में कल तक तेज हवाएं और बारिश के जारी रहने का अनुमान है। असम और मेघालय में भी बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। पश्चिम बंगाल में नदिया और मुर्शिदाबाद पार करने के बाद देर रात तक चक्रवाती तूफान के कमजोर होने की उम्मीद है। बाद में इसके कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।