नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के प्रमुख एस एन प्रधान ने मंगलवार को कहा कि चक्रवात ‘अम्फान’ से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बल की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है। प्रधान ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चक्रवात ‘अम्फान’ के रूप में यह दूसरी आपदा आ रही है क्योंकि हम पहले ही कोविड-19 का मुकाबला कर रहे हैं और इसके लिए सतत निगरानी की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा, ‘‘अम्फान से प्रभावित होने वाले दो राज्य ओडिशा और पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की कुल 41 टीमों को तैनात किया गया है।’’ उन्होंने कहा कि अम्फान जब 20 मई को पहुंचेगा तो यह बेहद प्रचंड चक्रवाती तूफान होगा, इसके नुकसान पहुंचाने की क्षमता बनी हुई है। प्रधान ने कहा कि एनडीआरएफ ने चक्रवात ‘फनी’ से निपटने के अपने अनुभव से सीखा है।
उन्होंने कहा, ‘‘वायरलेस सेट, सैटेलाइट फोन और अन्य संचार उपकरण भी हमारी टीमों के साथ हैं। हमारी तैयारी 1999 में ओडिशा तट पर आये महाचक्रवात का सामना करने जैसी ही है।’’ सरकार ने कहा था कि चक्रवात ‘अम्फान’ बंगाल की खाड़ी में सोमवार को महाचक्रवात के रूप में बदल गया और इसके पहुंचने के बाद पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में इससे व्यापक स्तर पर नुकसान हो सकता है।
वर्ष 1999 में ओडिशा में आये महाचक्रवात के बाद अम्फान बंगाल की खाड़ी में यह ऐसा दूसरा चक्रवात है। चक्रवात के 20 मई की दोपहर को पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेशीय तटों को पार करने की संभावना है।
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