पणजी। गोवा सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए राज्य में 9 मई से 15 दिनों के कर्फ्यू लगाने की शुक्रवार को घोषणा की। एक अन्य निर्णय में, अन्य राज्यों से आने वाले आगंतुकों के लिए कोविड-19 जांच की नेगेटिव रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र लेकर आना अनिवार्य किया गया है।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान, किराना दुकानें सुबह नौ बजे से दोपहर एक बजे तक खुली रह सकती हैं, जबकि दवा दुकानों और अन्य चिकित्सा सुविधाओं पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि कर्फ्यू लगाने का फैसला इसलिए लेना पड़ा क्योंकि लोग मौजूदा प्रतिबंधों की अवहेलना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "संभवत: 25 प्रतिशत लोगों को वास्तव में घर से बाहर जाना पड़ता है। लेकिन हमने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर घूमते देखा है।" उन्होंने कहा कि राज्य में आने वाले पर्यटकों के लिए कोविड-19 जांच की नेगेटिव रिपोर्ट या टीकाकरण प्रमाणपत्र लाना अनिवार्य होगा।
सावंत ने कहा कि कर्फ्यू के दौरान शादियों सहित सभी कार्यक्रमों को रद्द कर दिया जाना चाहिए क्योंकि इस तरह के आयोजन वायरस के प्रसार में योगदान कर रहे हैं। गोवा में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के अब तक के सर्वाधिक 3,869 नए मामले आए, जबकि 58 मौतें हुईं।
गोवा में शुक्रवार (7 मई) को बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 4195 नए मामले आए, 56 और मरीजों की मौत हुई जबकि 2175 लोग ठीक भी हुए हैं। गोवा में कोरोना के 31,716 सक्रिय मामले हैं। गोवा में कोरोना के अबतक कुल 1,12,462 मामले सामने आ चुके हैं।
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