कश्मीर घाटी में 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में दी गई ढील, जम्मू में अफवाह फैलने के चलते इंटरनेट सेवाएं बंद
जम्मू में रविवार को पांच जिलों में कम गति की 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं "अस्थायी रूप से बंद" कर दी गईं। एक दिन पहले ही इन सेवाओं को बहाल किया गया था। अधिकारियों ने लोगों को अफवाहों के प्रति आगाह करते हुए कहा कि क्षेत्र में हालात शांतिपूर्ण हैं।
श्रीनगर: कश्मीर घाटी के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में रविवार को प्रतिबंधों में ढील दी गयी। हालांकि, श्रीनगर के कुछ हिस्सों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं के बाद प्रतिबंधों को और कड़ा कर दिया गया। इस बीच, जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में इंटरनेट सेवाओं की बहाली के एक दिन बाद इसे फिर से बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि 300 हज जायरीनों का पहला जत्था रविवार को सउदी अरब से कश्मीर वापस लौटा। उन्होंने बताया कि जायरीनों की सुरक्षित घर वापसी के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए थे। सरकारी प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया, ‘‘निषेधाज्ञा में ढील देने की प्रक्रिया जारी है। प्रदेश के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में आज प्रतिबंधों में ढील दी गयी जबकि कल 35 थाना क्षेत्रों में ऐसा किया गया था।’’
कंसल ने बताया कि सोमवार से नया हफ्ता शुरू हो रहा है और हम इसे नयी आशा के साथ देख रहे हैं। उन्होंने बताया, ‘‘अकेले श्रीनगर में 190 से अधिक प्राथमिक स्कूल कल दोबारा खुल रहे हैं और इसके बाद हम दूसरे क्षेत्रों की ओर देख रहे हैं, जैसे हम विकास से संबंधित गतिविधि शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।’’ कंसल ने कहा कि रविवार को छूट की अवधि भी छह घंटे से बढ़ाकर आठ घंटे कर दी गई। उन्होंने बताया, ‘‘छूट की घोषणा करने से लोगों और दुकानदारों को पहले से योजना बनाने में मदद मिली। कल की प्रतिक्रिया के मद्देनजर और व्यापारियों द्वारा अनुरोध को ध्यान में रखते हुए छूट के घंटों में वृद्धि की गई। यह प्रक्रिया आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी।’’
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ इलाकों में कुछ शरारती तत्वों द्वारा ‘दुकानदारों के साथ गुंडागर्दी करने’ और उनकी दुकानों को बंद करने की खबरें थीं। उन्होंने बताया, ‘‘कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने इसका संज्ञान लिया है। जिन इलाकों में प्रतिबंधों में छूट दी गयी है उन क्षेत्रों में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। हालांकि, गड़बड़ी की दो-तीन घटनाओं की खबरें है जिसमें दो व्यक्ति घायल हुए हैं और जिनकी हालत स्थिर बतायी गयी है।’’ घाटी में मोबाइल फोन सेवाओं की बहाली के मुद्दे पर, कंसल ने कहा कि संचार पर प्रतिबंधों में ढील जारी है और प्रयास है कि लैंडलाइन टेलीफोन सेवाओं को जल्द से जल्द पूरी तरह से बहाल किया जाए। इससे पहले, अधिकारियों ने कहा कि एक दिन पहले हिंसक घटनाओं की खबरों के बाद रविवार को श्रीनगर शहर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध कड़े कर दिए गए।
उन्होंने बताया कि घाटी के विभिन्न हिस्सों में प्रतिबंध आज रविवार को 14 वें दिन भी जारी रहा। अधिकारी ने बताया कि शहर के कुछ स्थानों समेत घाटी में विभिन्न स्थानों में शनिवार को प्रतिबंधों में ढील दी गयी थी, जहां कुछ गड़बड़ी की घटनायें हुईं। इसके बाद कुछ इलाकों में पुन: प्रतिबंध लगा दिया गया । उन्होंने बताया कि लगभग एक दर्जन स्थानों पर प्रदर्शन किया गया जिसमें कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए। उन्होंने बताया कि घायलों की वास्तविक संख्या की जानकारी उपलब्ध नहीं है । कंसल ने कहा कि शनिवार की शाम घाटी में छह स्थानों पर प्रदर्शन किया गया जिसमें आठ लोग घायल हो गए थे। अधिकारियों ने बताया कि शहर के कई इलाकों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवाएं बहाल कर दी गई हैं और यह प्रक्रिया जारी है।
रविवार को कुछ निजी वाहनों को शहर के सिविल लाइंस इलाकों में और घाटी के दूसरे जिला मुख्यालयों में सड़कों पर देखा गया। उन्होंने कहा कि उन इलाकों में कुछ दुकानें भी खुली हुई हैं। जम्मू क्षेत्र में, कम गति वाले 2 जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को एक बार फिर से पांच जिलों में रविवार को बंद कर दिया गया, ताकि इन सेवाओं को बहाल करने के एक दिन बाद अफवाह फैलाने वालों की जांच की जा सके। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अधिकारियों ने संबंधित सेवा प्रदाताओं को दोपहर से पहले इंटरनेट सेवाओं को बंद करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि शांति एवं धैर्य बनाये रखने तथा अफवाह फैलाने वालों की जांच करने के लिए यह निर्णय किया गया है। लगभग एक पखवाड़े तक निलंबित रहने के बाद शुक्रवार और शनिवार की मध्यरात्रि को जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों - जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी - में कम गति वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं थीं।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त करने तथा राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेश में बांटने से पहले चार अगस्त को मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को पूरी तरह बंद कर दिया गया था। सरकार की ओर से यह कदम उठाये जाने से कुछ घंटे पहले पूरे प्रदेश में कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लागू कर दिये गए थे। हालांकि, प्रतिबंधों में बाद में ढील दी गयी थी। पांच जिलों में 2 जी मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को फिर से शुरू करने के तुरंत बाद, जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने सोशल मीडिया पर फर्जी संदेश या वीडियो प्रसारित करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। अधिकारियों ने बताया कि सऊदी अरब के 304 हज यात्रियों का पहला जत्था रविवार की सुबह श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरा। जायरीनों को उनके गंतव्य तक जाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे।