श्रीनगर: अमरनाथ यात्रा पर की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस बार सुरक्षा एजेंसियां काफी सतर्कता बरत रही हैं। यात्रा के दौरान जमीन के साथ ही आकाश से भी निगरानी की जाएगी। इसके लिए CRPF ने दर्जनों मिनी ड्रोन (Micro Unmanned Aerial Vehicles) की खरीद के लिए टेंडर जारी कर दिया है। हालांकि अभी इस खरीद की प्राथमिकता अमरानाथ यात्रा की सुरक्षा से जुड़ी हुई है लेकिन बाद में इसका उपयोग आतंकियों पर नजर रखने के साथ ही भीड़ और पत्थरबाजों पर नियंत्रण पाने के लिए भी किया जा सकेगा।
CRPF के IG (ऑपरेशन) जुल्फिकार हसन का कहाना है कि ड्रोन का डिप्लायमेंट विशेष तौर पर यात्रा रूट में पड़नेवाले जम्मू-कश्मीर हाइवे पर संदिग्ध गतिविधियों की निगरानी के लिए किया जाएगा। आपको बता दें कि इस साल अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू हो गई है।
ड्रोन का इस्तेमाल सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी करेगी जो कि यात्रा रूट को चेक करती है कि कहीं रास्ते में विस्फोटक या अन्य खतरे तो नहीं हैं ताकि वाहनों के काफिले को सुरक्षित निकाला जा सके। ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल एंटी मिलिटेंट ऑपरेशन के दौरान आंतकियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए भी किया जा सकेगा। सीआरपीएफ के प्रवक्ता राजेश यादव ने बताया कि सीआरपीएफ की दो यूनिट के पास ड्रोन (UAV) उपलब्ध है। एक यूनिट में करीब 800 सीआरपीएफ पर्सनल होते हैं। जम्मू-कश्मीर में CRPF के करीब 47,000 जवान तैनात हैं। मौजूदा समय में आर्मी ही बड़े पैमाने पर ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है।
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