शिमला: कोविड-19 महामारी के बीच, शनिवार से शुरू नवरात्रि के पहले दिन हिमाचल प्रदेश के मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। ऊना जिले के चिंतपूर्णी मंदिर के एक अधिकारी, जीवन कुमार ने फोन पर बताया कि पर्व के मद्देनजर कोरोनावायरस प्रसार को रोकने के लिए आवश्यक व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि मंदिर रोजाना सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक श्रद्धालुओं के लिए खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि वह हर दिन 15,000-20,000 से अधिक लोगों के आने की उम्मीद कर रहे हैं।
इसके अलावा बिलासपुर जिले में नैना देवी मंदिर, कांगड़ा जिले में ज्वालाजी और चामुंडा देवी मंदिर, हमीरपुर जिले में बाबा बालक नाथ मंदिर, और शिमला जिले में भीमाकाली और हाटेश्वरी मंदिरों में हजारों भक्तों की भीड़ उमड़ी है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सभी प्रमुख मंदिरों में भीड़ का प्रबंधन करने के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और क्लोज सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाए गए हैं।
कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण लगभग छह महीने तक बंद रहने के बाद 10 सितंबर को राज्य के मंदिरों को फिर से खोल दिया गया। जो लोग मंदिर नहीं जा सकते, उन्हें सरकार ने ब्रजेश्वरी देवी, नैना देवी, चिंतपूर्णी और ज्वालाजी मंदिरों के ऑनलाइन 'दर्शन' करने की सलाह दी है। वे ऑनलाइन प्रसाद भी ले सकेंगे।
इसके अलावा प्रसिद्ध मंदिर माता चिंतपूर्णी ने जुलाई में इंडिया पोस्ट के माध्यम से 'प्रसाद भोग' की होम डिलीवरी भी शुरू की थी।
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