मुंबई: कोरोना के खिलाफ जंग में अब जल्द ही स्पूतनिक की सिंगल डोज वैक्सीन काफी मददगार साबित हो सकती है। स्पूतनिक की सिंगल डोज वैक्सीन सितंबर में उपलब्ध हो सकती है। भारत में इस वैक्सीन को Panacea Biotec नाम की कंपनी रूस की मदद से बना रही है। सूत्रों के मुताबिक इस कंपनी ने वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग के लिए अपना दावा पेश किया है। शुरुआत में यह वैक्सीन सीमित मात्रा में उपलब्ध होगी। इसकी कीमत करीब 750 रुपये होने की उम्मीद है।
फिलहाल भारत में स्पूतनिक वी की जो वैक्सीन दी जा रही है उसकी दो डोज 21 दिन के अंतराल पर लेनी होती है। सूत्रों ने कहा कि दो-खुराक स्पुतनिक वी की आपूर्ति में कमी को महीने के अंत तक दूर किया जा सकता है। रूस के गामालेया संस्थान द्वारा विकसित और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) द्वारा समर्थित स्पुतनिक लाइट को मई में रूस में आपातकालीन उपयोग की इजाजत मिली है। विशेषज्ञों द्वारा इसे अधिक 'उपयुक्त' माना जाता है, एक बड़ी आबादी को कोरोना से बचाने में मददगार हो सकती है। आरडीआईएफ के एक बयान में कहा गया है कि रूस में एक परीक्षण में इंजेक्शन लगाने के 28 दिन बाद किए गए विश्लेषण के मुताबिक स्पुतनिक लाइट की एफिकेसी 80% है।
इससे पहले जुलाई में, Panacea Biotec ने हिमाचल प्रदेश में अपने बद्दी संयंत्र में स्पुतनिक V वैक्सीन के उत्पादन के लिए एक मैनुफैक्चरिंग लाइसेंस प्राप्त करने का ऐलान किया था थी। Panacea वैक्सीन की सालाना 100 मिलियन खुराक का उत्पादन करेगी जिसे डॉ रेड्डीज द्वारा वितरित किया जाएगा।
आपको बता दें कि डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज ने भारत में स्पूतनिक वी के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) के साथ करार किया है। कंपनी ने अप्रैल 2021 में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी (ईयूए) हासिल करने के बाद मई 2021 में भारत में सीमित तौर पर टीका पेश किया था। सितंबर 2020 में, कंपनी ने भारत में स्पूतनिक वी के ‘क्लीनिकल’ परीक्षण और वितरण के लिए आरडीआईएफ के साथ भागीदारी की थी। हैदराबाद की दवा कंपनी ने पहले ही कहा है कि स्थानीय रूप से निर्मित स्पूतनिक वी टीका सितंबर-अक्टूबर से उपलब्ध होगा।
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