श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को आरोप लगाया कि पीएम-केयर्स कोष "भ्रष्टाचार का एक परिष्कृत तरीका" है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्राप्त राशि का हिसाब सार्वजनिक करने के इच्छुक नहीं हैं। पीडीपी अध्यक्ष यहां पार्टी के एक कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने 2016 में की गयी नोटबंदी से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि उस कदम का घोषित उद्देश्य भ्रष्टाचार को समाप्त करना, काले धन की वापसी और हिंसा को समाप्त करना था।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘‘हालांकि, आज भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। यह अब पीएम केयर्स फंड की तरह परिष्कृत तरीके से किया जाता है। भ्रष्टाचार नहीं तो यह क्या है, जब आप प्रधानमंत्री के रूप में अपने पास मौजूद पैसे का हिसाब नहीं देना चाहते हैं?" पीडीपी नेता ने आरोप लगाया कि पीएम केयर्स फंड के तहत मुहैया कराए गए वेंटिलेटर न केवल कश्मीर में बल्कि गुजरात में भी खराब निकले। उन्होंने आरोप लगाया, "पीएम केयर्स फंड में सबसे बड़ी हेराफेरी है।"
महबूबा ने कहा कि जमीनी स्थिति ने सामान्य स्थिति होने के सरकार के दावे को गलत साबित कर दिया है। उन्होंने दावा किया, "गृह मंत्री अमित शाह की यात्रा से कुछ दिन पहले कश्मीर में सैकड़ों युवाओं को गिरफ्तार किया गया था। उनकी यात्रा के बाद भी यह प्रक्रिया जारी है।" इससे पहले दक्षिण कश्मीर के शांगस क्षेत्र से पूर्व विधायक अब्दुल मजीद मीर पीडीपी में शामिल हो गए। इस मौके पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि मौजूदा समय में पीडीपी में शामिल होना आसान नहीं है लेकिन इसके बाद भी लोगों को भरोसा है कि पीडीपी उनकी आवाज है।
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