नई दिल्ली. अपने देश भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) से निपटने के लिए दो वैक्सीन आ चुकी है। सबसे पहले इन वैक्सीनों का टीका हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को लगाया जाएगा। उसके बाद प्रथमिकता के आधार पर विभन्न Age Groups को टीका लगाने की शुरुआत की जाएगी। देश में वैक्सीनेशन प्रोग्राम कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा। इस बीच हेल्थ मिनिस्ट्री ने उन डॉक्यूमेंट्स की लिस्ट जारी की है, जिनके जरिए कोरोना वैक्सीन लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकेगा।
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ये पहचान पत्र किए जाएंगे स्वीकार
- आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, जॉब कार्ड, पेंशन डॉक्यूमेंट
- लेबर मिनिस्ट्री द्वारा जारी किया गया हेल्थ इंश्योरेंस स्मार्ट कार्ड
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी एक्ट (MGNREGA)
- सांसद, विधायक को जारी किए गए पहचान पत्र
- बैंक और पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी पासबुक
- केंद्र सरकार, राज्य सरकार और पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा जारी सर्विस आईडी कार्ड
वैक्सीनेशन के पहले चरण के लिए दिल्ली में होंगे 500-600 कोविड सेंटर
दिल्ली सरकार ने रविवार को घोषणा की कि वह ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) द्वारा टीकाकरण के पहले चरण में 500 से 600 कोविड केंद्र जल्द ही शुरू करेगी, जो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के 'कॉविशिल्ड' वैक्सीन और भारत बायोटेक के 'कोवैक्सिन' को आपातकाल उपयोग के लिए मंजूरी दी है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह घोषणा की कि टीका के रोलआउट के दौरान प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा।
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मंत्री ने कहा, "पहले चरण में 500-600 कोविड केंद्र स्थापित किए जाएंगे और इसे 1,000 तक बढ़ाया जा सकता है। भंडारण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, अंत में इसके लिए हम 1000 केंद्र बनाएंगे।" डीसीजीआई द्वारा वैक्सीन की मंजूरी पर जैन ने कहा, "हमें अभी-अभी अवगत कराया गया है कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा विकसित किए गए टीकों को मंजूरी दे दी गई है।" दिल्ली में 3 लाख स्वास्थ्य कर्मचारी और 6 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स हैं। इन 9 लाख लोगों को टीका पहले लगाया जाएगा।
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