नई दिल्ली. कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच भारत ने सोमवार को रूस की स्पूतनिक वी वैक्सीन को मंजूरी दी थी। सोमवार को देश के औषधि नियामक ने रूस के कोविड-19 रोधी टीके 'स्पूतनिक वी' के सीमित आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है और 'डॉक्टर रेड्डीज लैबोरोट्रीज' देश में इस टीके का आयात करेगी। अब आने वाले दिनों में भारत सरकार एक और कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे सकती है। दरअसल भारत सरकार विदेशी कोरोना वैक्सीनों को मंजरी देनी की प्रक्रिया तेज करने जा रही है। अब भारत के लोगों को वो सारी वैक्सीन मिलेंगी, जो पूरी दुनिया में लग रही हैं।
वैक्सीन अप्रूवल की प्रक्रिया फास्ट कर दी गई है। विदेशी वैक्सीन को मंजूरी मिलने की तैयारी हो रही है। अब विदेश में बनी वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी जाएगी। शुरुआत में 100 लोगों को विदेशी वैक्सीन लगेगी। एक हफ्ते तक ये सौ लोग निगरानी में रहेंगे। इसके बाद दूसरे लोगों को विदेशी वैक्सीन दी जा सकेगी। सरकार के इस फैसले के बाद अब आने वाले दिनों में Pfizer, Moderna आदि की वैक्सीन भारत में लोगों के लिए उपलब्ध हो सकती है।
दरअसल सरकार ने तय किया है कि विदेशमें बनी उन वैक्सीनों को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी जा सकती है, जिन्हें USFDA, EMA, UK MHRA, PMDA Japan द्वारा इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है या फिर जो WHO की Emergency Use Listing में मौजूद है। मंत्रालय ने कहा, "इस फैसले से इस प्रकार के विदेशी टीकों तक भारत की शीघ्र पहुंच सुनिश्चित होगी और इससे बड़ी मात्रा में दवा सामग्री समेत विभिन्न सामग्रियों के आयात, दवा की शीशियां में खुराक भरने एवं उनकी पैकिंग करने की घरेलू क्षमता के उपयुक्त इस्तेमाल आदि को प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे टीका निर्माण क्षमता और घरेलू इस्तेमाल के लिए टीकों की कुल उपलब्धता बढ़ेगी।" इस समय भारत में भारत बायोटेक के कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविशील्ड के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई।
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