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Hindi News भारत राष्ट्रीय पत्थर बरसाने वाले इंसान नहीं मानवता के दुश्मन हैं, कड़ी कार्रवाई करेंगे: शिवराज सिंह चौहान

पत्थर बरसाने वाले इंसान नहीं मानवता के दुश्मन हैं, कड़ी कार्रवाई करेंगे: शिवराज सिंह चौहान

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों पर पत्थर बरसानेवाले मानवता के दुश्मन हैं और इन लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।

पत्थर बरसाने वाले इंसान नहीं मानवता के दुश्मन हैं, कड़ी कार्रवाई करेंगे: शिवराज सिंह चौहान - India TV Hindi Image Source : INDIA TV पत्थर बरसाने वाले इंसान नहीं मानवता के दुश्मन हैं, कड़ी कार्रवाई करेंगे:  शिवराज सिंह चौहान 

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि स्वास्थ्यकर्मियों पर पत्थर बरसानेवाले मानवता के दुश्मन हैं और इन लोगों के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी। शिवराज सिंह चौहान ने यह बात इंडिया टीवी पर रजत शर्मा के कार्यक्रम 'आज की बात' में कही। उन्होंने एकबार फिर लोगों से अपील है कि कोरोना वायरस पूरी मानव जाति के लिए खतरा है और सभी लोगों को मिलकर यह लड़ाई लड़नी है। उन्होंने कहा कि लोग कोरोना वायरस से बचने के लिए घरों में रहें और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। 

इस बीच आपको बता दें कि खबर लिखे जाने तक इंदौर के कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी मनीष सिंह ने बुधवार 1 अप्रैल 2020 को इंदौर के टाटपट्टी बाखल में हुए घटनाक्रम के संबंध में चार व्यक्तियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत सख्त कार्रवाई की है। कलेक्टर ने यह कार्रवाई थाना छत्रीपुरा इंदौर द्वारा प्रस्तावित रासुका प्रकरणों पर की है। जारी आदेश के तहत मोहम्मद मुस्तफा पिता हाजी मोहम्मद इस्माईल, मोहम्मद गुलरेज पिता हाजी अब्दूल गनी, सोयब उर्फ शोभी पिता मोहम्मद मुख्तयार और मज्जू उर्फ मजीद पिता अब्दुल गफूर के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की गई है। इंदौर के कलेक्टर सिंह ने चारों आरोपियों को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत इंदौर से निरूद्ध करते हुए केंद्रीय जेल, रीवा में रखने के आदेश जारी किए हैं।

आपको बता दें कि इंदौर के टाटपट्टी बाखल में कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच करने गई टीम पर बुधवार को समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव कर दिया। बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में किए। बाद में घटना के बारे में जानकारी देते हुए डॉक्टर आनंद राय ने कहा कि वहां उनकी टीम के लोगों की मॉब लिंचिंग भी हो सकती थी। उन्होंने कहा कि इन लोगों को शिक्षित करने की जरूरत है ताकि उनको समझ में आए कि उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन क्यों किया जा रहा है।

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