चंडीगढ़: पूरे पंजाब और हरियाणा में सोमवार को होली समारोह फीका रहा क्योंकि लोग अपने घरों के भीतर ही रहे। कोरोना वायरस महामारी के चलते प्राधिकारियों ने सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिये थे। चंडीगढ़ में भी लोगों ने रंगों का यह त्योहार घरों के अंदर रहकर ही मनाया क्योंकि प्रशासन ने सार्वजनिक पार्क, सुखना झील और सेक्टर 17 प्लाजा में सार्वजनिक तौर पर उत्सव मनाने पर रोक लगा दी थी। क्लब और होटलों को भी कोई कार्यक्रम आयोजित करने से रोक दिया गया था। ये पाबंदियां क्षेत्र में संक्रमण के मामलों में हाल ही में वृद्धि होने के मद्देनजर लगायी गई थी।
अधिकारियों ने कहा कि पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था और कई स्थानों पर हुड़दंग, शराब पीकर वाहन चलाने पर रोक लगाने और कोविड-19 से जुड़े दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराने के लिए बैरिकेड लगाए गए थे। पंजाब के मोहाली में एक पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने हुड़दंग कर रहे लोगों के वाहन जब्त कर लिए।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगाने के लिए गश्त भी की। हालांकि, आनंदपुर साहिब में धार्मिक मेला ‘होल्ला मोहल्ला’ के मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने गुरुद्वारा केसगढ़ साहिब में मत्था टेका। पारंपरिक सिख योद्धाओं "निहंगों" ने पारंपरिक मार्शल आर्ट "गतका" का प्रदर्शन किया। इस बीच, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लोगों को होली के अवसर पर शुभकामनाएं दीं।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आप सभी को होली की शुभकामनाएं। मैं इसके लिए प्रार्थना करता हूं और रंगों का यह त्योहार सभी, विशेष तौर पर किसानों के लिए खुशी लेकर आये। सभी से अनुरोध है कि होली मनाने के दौरान कोविड-19 संबंधी सभी ऐहतियातों का पालन करें।’’ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी इस अवसर पर अपने राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि होली का त्योहार लोगों के जीवन में अपार खुशियां, समृद्धि और नया उत्साह लाए।
ये भी पढ़ें
Latest India News