भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने कटक के एक अस्पताल में कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल बृहस्पतिवार से शुरू किया। स्वास्थ्य विभाग के तकनीकी सलाहकार डॉक्टर जयंत पांडा ने कहा कि यह प्रक्रिया राज्य में पहली बार अश्विनी अस्पताल में भर्ती 48 वर्षीय एक मरीज पर की गई। उन्होंने कहा, ‘‘ मरीज पर बी-पॉजिटिव प्लाज्मा का इस्तेमाल किया गया।’’
राज्य सरकार ने इससे पहले घोषणा की थी कि प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल अब एसयूएम अस्पताल और कलिंग चिकित्सा विज्ञान संस्थान, भुवनेश्वर में भी होगा। प्लाज्मा थेरेपी में कोरोना वायरस से स्वस्थ हो चुके मरीज के रक्त से एंटीबॉडी ली जाती हैं और उनका इस्तेमाल संक्रमित व्यक्ति के इलाज के लिए किया जाता है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कटक में बुधवार को एससीबी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक प्लाज्मा बैंक ने काम करना शुरू कर दिया।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 से स्वस्थ हो चुके एक डॉक्टर समेत चार लोगों ने अपना प्लाज्मा यहां दान दिया। सूत्रों के मुताबिक, इस बीमारी से स्वस्थ हो चुके 300 और लोग प्लाज्मा दान करने के लिए आगे आए हैं, जिनमें बीजद के सालीपुर विधानसभा सीट से विधायक प्रशांत बेहरा भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बुधवार को स्वस्थ हुए लोगों से अपील की थी कि वे नाजुक हालत वाले मरीजों के इलाज के लिए प्लाज्मा दान करें। प्लाज्मा थेरेपी लोगों को नि:शुल्क उपलब्ध होगी। एक अधिकारी ने बताया कि इसी बीच भाजपा के नीलगिरि सीट से विधायक सुकांत कुमार नायक भी कोविड-19 से स्वस्थ हो गए हैं।
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