तिरुवनंतपुरम: केरल में बृहस्पतिवार को कोविड-19 से 181 मरीजों की मौत होने से इस महामारी से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 8063 हो गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान 24,166 नए मामले सामने आने के साथ ही कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 24,18,529 हो गयी। केरल के स्वास्थ्य विभाग ने एक वक्तव्य जारी कर इस बात की जानकारी दी। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों की तुलना में इस जानलेवा वायरस को मात देने वालों की संख्या अधिक रही। पिछले 24 घंटे के दौरान 30,539 मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं।
प्रदेश में अब तक 21,98,135 लोग कोरोना महामारी से ठीक हो चुके हैं। केरल में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 2,41,966 हो गयी है। संक्रमण दर भी गिरकर 17.87 प्रतिशत हो गयी है। कोविड-19 के नए मामलों में मलाप्पुरम में सर्वाधिक 4,212 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद राजधानी तिरुवनंतपुरम में 3,210 जबकि एर्नाकुलम में संक्रमण के 2,779 नए मामले सामने आए।
वहीं मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के मामलों में धीरे-धीरे कमी आ रही है, लेकिन स्थिति अभी संतोषजनक नहीं है। विजयन ने यहां संवाददाताओं से कहा कि केरल में संक्रमण दर एक महीने के बाद घटकर 20 प्रतिशत से नीचे आकर 19.95 प्रतिशत हो गयी है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 की मौजूदा स्थिति को लेकर एक समीक्षा बैठक की जिसके बाद उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण के फैलने की गति कम हुई है, लेकिन स्थिति अब भी पूरी तरह से संतोषजनक नहीं है।
उन्होंने कहा कि कोविड-19 के नए मामलों की तुलना में इससे ठीक होने वालों की संख्या अधिक है, ऐसा लॉकडाउन के कारण संभव हो पाया है। विजयन ने कहा, ‘‘कोविड-19 के मामलों में कमी के बावजूद हमें सतर्क रहना होगा। अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है। आगामी कुछ समय तक आईसीयू बिस्तरों, वेंटिलेटरों और अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्री की जरुरत पड़ती रहेगी।’’
विजयन ने कहा कि नागरिक आपूर्ति विभाग, कानूनी माप विज्ञान, सरकारी प्रेस, पाठ्यपुस्तक मुद्रण और पासपोर्ट कार्यालय के कर्मचारियों को भी कोविड रोधी टीके की प्राथमिकता सूची में शामिल किया जाएगा। राज्य सचिवालय में लंबित कार्य को पूरा करने के लिए 31 मई से 50 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति को अनिवार्य बनाया जाएगा।
ये भी पढ़ें
Latest India News