इंदौर. मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना वायरस के संक्रमण से 62 वर्षीय डॉक्टर सहित दो लोगों की बृहस्पतिवार को मौत हो गयी। इसके साथ ही शहर में कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वाले संख्या बढ़कर 23 हो गई है, जबकि पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 22 नये मामले सामने आये हैं।
शासकीय महात्मा गांधी स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि 62 वर्षीय जनरल फिजिशियन पांच अप्रैल को एक निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे। अधिकारी ने बताया कि जांच की आठ अप्रैल को आयी रिपोर्ट में डॉक्टर कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये थे। उन्हें मधुमेह और उच्च रक्तचाप (हाइपरटेंशन) की भी समस्या थी।
इस बीच, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.प्रवीण जड़िया ने कहा, "हमें पहली नजर में संदेह है कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद दम तोड़ने वाले डॉक्टर कोविड-19 के किसी मरीज के इलाज के दौरान उसके संपर्क में आये होंगे। हम पता लगा रहे हैं कि वह इस संक्रमण की चपेट में कैसे आये थे।"
बहरहाल, यह प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के बाद किसी डॉक्टर की मौत का संभवतः पहला मामला है। अधिकारियों ने बताया कि शहर में कोविड-19 से मौत के एक अन्य मामले में 44 वषीय पुरुष ने एक निजी अस्पताल में महज दो दिन के इलाज के दौरान दम तोड़ा।
उन्होंने बताया कि इस मरीज को सात अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह जांच में इसी तारीख को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था। अधिकारी ने ताजा आंकड़ों के हवाले से बताया कि इंदौर में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों की संख्या 213 से बढ़कर 235 हो गयी है।
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के बाद स्थानीय अस्पतालों में भर्ती 13 मरीजों की हालत गंभीर है, जबकि इलाज के बाद स्वस्थ पाये जाने पर 11 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इंदौर, कोविड-19 के प्रकोप से देश में सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल है। कोरोना वायरस के मरीज मिलने के बाद से प्रशासन ने 25 मार्च से शहरी सीमा में कर्फ्यू लगा रखा है।
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