नई दिल्ली: भारत सरकार ने कोरोनावायरस के मद्देनजर सभी मंत्रालयों/विभागों को कहा है कि वे अपने कर्मचारियों को 31 मार्च, 2020 तक आधार-आधारित बायोमेट्रिक प्रणाली से अटेंडन्स करने के लिए छूट दें। सरकार ने हालांकि यह भी कहा है कि सभी कर्मचारियों को रजिस्टर में अपनी उपस्थिति को चिह्नित करना आवश्यक है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी कोरोनावायरस को लेकर कहा कि मास्क पहनने की जरूरत को लेकर घबराना नहीं है। उन्होनें उन दुकानदारों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने की बात कही जो मास्क की तय कीमत से अधिक कीमत वसूल रहे है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इससे पहले शुक्रवार को कहा था कि देश में 29,607 लोगों को कोरोना वायरस को लेकर चिकित्सा निगरानी में रखा गया है। लोकसभा में राहुल गांधी, मनोज कोटक और अदूर प्रकाश के प्रश्नों के लिखित उत्तर में मंत्री ने यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा था ‘‘पांच मार्च, 2020 तक के आंकड़ों के मुताबिक 29,607 लोग कोविड-19 के लिए बने ‘एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम’ (आईएसडीपी) के तहत रखे जाने की जानकारी है।’’ हर्षवर्धन ने कहा कि चीन के वुहान शहर से पिछले महीने जिन 654 लोगों को यहां लाया गया था । इनकी करोना वायरस के संबंध में दो बार जांच की गई और दोनों बार ही रिपोर्ट नकारात्मक रही। ऐसे में इन लोगों को 17 और 18 फरवरी को छुट्टी दे दी गई। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रसार पर रोक के मकसद से प्रमुख हवाई अड्डों तथा दूसरे स्थानों पर स्क्रीनिंग की प्रभावी व्यवस्था की गई है।
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