नई दिल्ली. केंद्र ने देश के कुछ जिलों में सार्स-सीओवी-2 के डेल्टा प्लस वैरिएंट पाए जाने के बाद महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश को इसके बारे में सतर्क कर दिया है और सावधानी बरतने की सलाह दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इन तीन राज्यों को सूचित किया है कि डेल्टा प्लस संस्करण महाराष्ट्र के रत्नागिरि और जलगांव जिलों, केरल के पलक्कड़ और पठानमथिट्टा जिलों और मध्य प्रदेश के भोपाल और शिवपुरी जिलों से प्राप्त जीनोम अनुक्रमित नमूनों में पाया गया है।
केंद्र सरकार ने इन राज्यों को इंसाकॉग के हालिया निष्कर्षो के बारे में सचेत किया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, जैव प्रौद्योगिकी विभाग, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसंधान परिषद के तहत कोविड-19 के संदर्भ में संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण के लिए 28 प्रयोगशालाओं का एक संघ है।
केंद्र ने तीन राज्यों के मुख्य सचिवों को सलाह दी है कि वे जिलों और समूहों में तत्काल रोकथाम के उपाय करें, जिसमें भीड़ को रोकना और लोगों को आपस में मिलाना, व्यापक परीक्षण करना और शीघ्र ट्रेसिंग के साथ-साथ वैक्सीन कवरेज भी शामिल है।
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