चंडीगढ़: पंजाब में कोरोना वायरस से दो और व्यक्तियों के संक्रमित होने की पुष्टि होने के साथ राज्य में कुल मामले बढ़ कर 33 हो गये हैं। एक अधिकारिक मीडिया बुलेटिन के मुताबिक नये मामलों में नवांशहर की रहने वाली एक महिला और एक जलंधर का बाशिंदा शामिल है। जलंधर निवासी व्यक्ति ने विदेश यात्रा की थी। उसके संक्रमित होने की पुष्टि होने के बाद उसे लुधियाना स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बुलेटिन में कहा गया है कि स्वास्थ्य अधिकारियों ने अब तक 722 नमूने एकत्र किये हैं जिनमें 346 नेगेटिव पाये गये। वहीं, 376 नमूनों के नतीजे आने अभी बाकी हैं। राज्य में नवांशहर में 19, मोहाली में पांच, जलंधर में चार, होशियारपुर में तीन और अमृतसर तथा लुधियाना में एक-एक मामले सामने आये हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कोरोनो वायरस प्रकोप से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) योजना के तहत बकाया राशि के भुगतान के लिए केंद्र से तत्काल वित्तीय सहायता मांगी है।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार उन्होंने बृहस्पतिवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास, कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लिखे पत्र में पंजाब में मनरेगा श्रमिकों की बकाया मजदूरी का मुद्दा उठाया।
सिंह ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि 24 मार्च तक राज्य में लगभग 1.30 लाख श्रमिकों की 84 करोड़ रुपये की मजदूरी बकाया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मौजूदा कोविड-19 आपातकाल में दिहाड़ी के बिना मनरेगा मजदूर रोजगार नहीं मिल पाने पर अपने परिवारों का गुजारा नहीं कर पाएंगे।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया कि लंबित राशि तुरंत जारी किया जाए, जिससे कि लाभार्थियों को बहुत आवश्यक राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि राशि मिलने से राज्य को कुछ हद तक वर्तमान स्थिति से निपटने में मदद मिलेगी।
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