इंदौर (मध्यप्रदेश): देश में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में शामिल इंदौर में इस महामारी के प्रकोप को रविवार को दो महीने पूरे हो गए। इस अवधि के दौरान जिले में संक्रमितों की तादाद स्वास्थ्य महकमे की चिंताएं बढ़ाते हुए 3,000 को पार कर गई है जिनमें से 114 मरीजों की मौत हो चुकी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) प्रवीण जड़िया ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में कोविड-19 के 75 नए मरीज मिले हैं। इसके साथ ही, जिले में महामारी की जद में आये लोगों की तादाद 2,933 से बढ़कर 3,008 पर पहुंच गई है।
उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई एक महिला और दो पुरुषों की यहां अलग-अलग अस्पतालों में इलाज के दौरान पिछले तीन दिन में मौत हो गई। यह महिला दमे से भी पीड़ित थी, जबकि दोनों पुरुष मरीज मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य बीमारियों से पहले ही जूझ रहे थे।
सीएमएचओ ने बताया कि मौत के इन तीन नए मामलों के साथ ही जिले में कोविड-19 की चपेट में आकर दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 114 हो गई है। उन्होंने बताया कि इलाज के बाद संक्रमणमुक्त होने पर जिले में कोविड-19 के 1,412 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी जा चुकी है।
कोविड-19 का प्रकोप बने रहने के मद्देनजर इंदौर जिला रेड जोन में बना हुआ है। जिले में कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरूआत 24 मार्च से हुई, जब पहले चार मरीजों में इस महामारी की पुष्टि हुई थी। कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्रशासन ने इंदौर की शहरी सीमा में 25 मार्च से कर्फ्यू लगा रखा है, जबकि जिले के अन्य स्थानों पर सख्त लॉकडाउन लागू है।
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