Coronavirus: पिछले 24 घंटे में सामने आए 146 नए केस, देश में पॉजिटिव मामलों की संख्या हुई 1397
देश में कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1397 हो गई है। अबतक देश में इस बीमारी की वजह से 35 लोगों की मौत हो चुकी है।
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना वायरस के 146 नए मामले सामने आए हैं। अब देश में कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 1397 हो गई है। अबतक देश में इस बीमारी की वजह से 35 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस के संक्रमण से अबतक 124 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
इससे पहले मंगलवार शाम स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश में संक्रमण के मामलों में इजाफा नहीं रुकने के पीछे संक्रमण के नए मामलों से जुड़े इलाकों में लॉकडाउन के पालन में जनसहयोग में कमी और संक्रमण की समय से पहचान में देरी होने को प्रमुख वजह बताया है। उन्होंने कहा कि जिस इलाके से संक्रमण का एक भी मामला सामने आता है, उसे पृथक हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित कर उस इलाके में रोकथाम के उपाय तेज कर दिये जाते हैं।
अग्रवाल ने कहा कि देश में संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही कोरोना प्रभावित इलाके के रूप में चिन्हित हॉटस्पॉट भी बढ़ रहे हैं। उन्होंने मौजूदा स्थिति का हवाला देते हुये कहा कि इसके संक्रमण की रोकथाम के लिये संदिग्ध मामलों के संपर्क के दायरे की सटीक पहचान और उस इलाके को संक्रमणमुक्त करने की त्वरित कार्रवाई पर जोर दिया गया है। अग्रवाल ने संक्रमण के मामले रोकने के लिये लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित करने को ही एकमात्र उपाय बताते हुये कहा कि इसकी रोकथाम के लिये सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति के लिये विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने तुर्की, दक्षिण कोरिया और वियतनाम के आपूर्तिकर्ताओं से संपर्क स्थापित किया है। अग्रवाल ने बताया कि मंत्रालय ने कोरोना संक्रमण के बारे में प्रमाणिक जानकारी से लोगों को अवगत कराने के लिये ऑनलाइन परामर्श केन्द्र भी शुरु करने की पहल की है। इसे अगले 24 घंटों में शुरु कर दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि देश में कोरोना के संक्रमण की स्थिति का जायजा लेने के लिये स्वास्थ्य मंत्री डा.हर्षवर्धन की अध्यक्षता वाले मंत्री समूह की बैठक हुयी। इसमें राज्य सरकारों द्वारा बनाये गये कोविड-19 अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये केन्द्र और राज्य सरकारों के बीच सहयोग बढ़ाने की जररूत पर बल दिया गया। साथ ही राज्यों को ऐसे प्रवासी मजदूरों का परीक्षण कराने को कहा गया है जिनमें संक्रमण के लक्षण दिखाई दें।