नई दिल्ली: राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के 18 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही राज्य में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर शनिवार सुबह 579 हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को सामने आए नये मामलों में 14 कोटा के और चार बीकानेर के मामले हैं। कोटा से दर्ज नए मामले संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित तेलघर और चंद्रघाट इलाकों में सामने आए हैं। वहीं बीकानेर में जो चार लोग संक्रमित पाए गए हैं, वे पहले से संक्रमित बुजुर्ग महिला के पारिवारिक सदस्य हैं।
राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में दो इतालवी नागरिकों के अलावा 50 वे लोग भी हैं जिन्हें ईरान से लाकर जोधपुर एवं जैसलमेर में सेना के आरोग्य केंद्रों में ठहराया गया है। जयपुर में अब तक राज्य में सबसे ज्यादा 221 मामले सामने आ चुके हैं।
इस बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन के संबंध में उचित कदम उठाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार संकट की इस घडी में उद्यमियों के साथ खड़ी है।
गहलोत शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रदेश के औद्योगिक संगठनों, खाद्य पदार्थ एवं किराना संघों, सब्जी विक्रेता संघ, दवा एसोसिएशन, आढ़तिया व्यापार संघ, डेयरी संघ, होटल, खनन एवं ज्वैलरी व्यवसायी तथा बिल्डर्स आदि से चर्चा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने इन सभी से आवश्यक वस्तुओं की सुचारू आपूर्ति, इसमें आ रही बाधाओं को दूर करने तथा लॉकडाउन खोलने को लेकर उनके सुझाव लिए। उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति में ‘पास‘ को लेकर आ रही परेशानियों का समाधान भी जल्द कर दिया जाएगा।
गहलोत ने कहा कि जिन उद्योगों में उत्पादन चल रहा है, वहां श्रमिकों के बीच सामाजिक मेलजोल से दूरी का पालन सुनिश्चित किया जाये। कारखानों में मास्क एवं सेनेटाइजर उपलब्ध कराए जाएं। साथ ही मंडियों में भी भीड़ एकत्र न हो। स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाए। उद्यमियों एवं सभी संगठनों ने एक स्वर में कहा कि कोई भी निर्णय हो, जीवन की रक्षा पहली प्राथमिकता है। लॉकडाउन के संबंध में सरकार जो भी निर्णय करेगी, हम सभी उसका पालन पूरी तरह सुनिश्चित करेंगे।
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